एजेन्सी/ 11 साल पुराने आशियाना गैंगरेप केस में शनिवार को सजा पर सुनवाई एक बार फिर टल गई. फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में आज मुख्य दोषी गौरव शुक्ला को सजा सुनाई जानी थी लेकिन वकीलों के कार्य बहिष्कार की वजह से आरोपी पक्ष के अधिवक्ता ने एप्लीकेशन देकर सजा पर होने वाली बहस को टालने की गुजारिश की. जिसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने 18 अप्रैल की डेट मुकर्रर कर दी.बता दे कि इस मामले में कोर्ट ने उसे दोषी तो बताया, लेकिन वो धाराएं नहीं बताईं गईं, जिनमें उसका दोष सिद्ध हुआ है. 2 मई 2005 की रात एक नाबालिग लड़की घरों में झाडू-पोछा लगाकर अपने भाई के साथ घर लौट रही थी.
तभी आशियाना इलाके के नागेश्वर मंदिर के पास पराग डेरी की तरफ से एक सेंट्रो कार आकर रुकी. कार से उतरे तीन लड़कों ने उसे जबरदस्ती गाड़ी में घसीट लिया था. लड़की का भाई चिल्लाता रहा, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. इस दौरान दरिंदो ने लड़की को हवस का शिकार बनाते हुए उसके साथ गैंगरेप किया था.