ज्ञान भंडार
आसाराम की किताब पढ़कर बच्चे देंगे दिव्य ज्ञान परीक्षा, हर हाल में लेना होगा भाग
कोंडागांव, रायपुर. छत्तीसगढ़ का कोंडागांव जिला शिक्षा कार्यालय से एक ऐसा पत्र स्कूलों को जारी हुआ है, जिसके बारे में आप सुनेंगे तो हैरान हो जाएंगे। इस पत्र में स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि बच्चों को संगीन आरोपों में जेल में बंद आसाराम की किताब दी जाए और इसी के आधार पर दिव्य प्रेरणा प्रकाश ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित कराने में मदद की जाए। इस पत्र की तफ्तीश के लिए जब अधिकारियों को फोन लगाए गए तो वे ना-नुकुर करते रहे लेकिन पत्र तो जारी किया गया है।
क्या है मामला
आसाराम की पुस्तकों को पढ़कर कक्षा तीसरी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को दिव्य प्रेरणा प्रकाश ज्ञान प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कहा गया है। यह परीक्षा अक्टूबर में होने वाली है। जिलेभर के स्कूलों में इस परीक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस परीक्षा के लिए संचालक लोक शिक्षण संचालनालय के एक पुराने पत्र का हवाला दिया जा रहा है, जो 2012 में जारी हुआ था। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतियोगिता के लिए संबंधित संस्था को सहयोग करने का निर्देश दिया है। इस प्रतियोगिता में
आसाराम की पुस्तकों को पढ़कर कक्षा तीसरी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को दिव्य प्रेरणा प्रकाश ज्ञान प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कहा गया है। यह परीक्षा अक्टूबर में होने वाली है। जिलेभर के स्कूलों में इस परीक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस परीक्षा के लिए संचालक लोक शिक्षण संचालनालय के एक पुराने पत्र का हवाला दिया जा रहा है, जो 2012 में जारी हुआ था। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतियोगिता के लिए संबंधित संस्था को सहयोग करने का निर्देश दिया है। इस प्रतियोगिता में
परीक्षा शुल्क के नाम पर 15-15 रुपए वसूले जा रहे
उधर, परीक्षा शुल्क के नाम पर 15-15 रुपए भी वसूले जा रहे हैं। संस्था के सदस्य जिलेभर के स्कूलों में यह किताब बांट रहे हैं। वहीं स्कूलों में अभी तिमाही परीक्षा की तैयारी भी चल रही है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि हम कोर्स की किताबें पढ़ें या आसाराम की किताब को। छात्र और पालक इससे खासे नाराज हैं। उनका कहना है जिस पर कोर्ट में मुकदमा चल रहा हैं और जो जेल में बंद हैं, अपराधी प्रवृति के ऐसे लोगों की पुस्तकें पढ़ाकर अफसर आखिर कौन सा ज्ञान दिलाना चाहते हैं।
उधर, परीक्षा शुल्क के नाम पर 15-15 रुपए भी वसूले जा रहे हैं। संस्था के सदस्य जिलेभर के स्कूलों में यह किताब बांट रहे हैं। वहीं स्कूलों में अभी तिमाही परीक्षा की तैयारी भी चल रही है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि हम कोर्स की किताबें पढ़ें या आसाराम की किताब को। छात्र और पालक इससे खासे नाराज हैं। उनका कहना है जिस पर कोर्ट में मुकदमा चल रहा हैं और जो जेल में बंद हैं, अपराधी प्रवृति के ऐसे लोगों की पुस्तकें पढ़ाकर अफसर आखिर कौन सा ज्ञान दिलाना चाहते हैं।
किताब की जानकारी नहीं
संचालनालय से आए आदेश के तहत परीक्षा के लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। इसके लिए योग वेदांता समिति 15-15 रुपए का शुल्क ले रही हैं। कौन सी पुस्तकें बांटी जा रही है, इसकी जानकारी नहीं है।
डी समैया, जिला शिक्षा अधिकारी कोंडागांव
संचालनालय से आए आदेश के तहत परीक्षा के लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। इसके लिए योग वेदांता समिति 15-15 रुपए का शुल्क ले रही हैं। कौन सी पुस्तकें बांटी जा रही है, इसकी जानकारी नहीं है।
डी समैया, जिला शिक्षा अधिकारी कोंडागांव
ऐसा कोई निर्देश नहीं
विभाग की ओर से फिलहाल ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इसकी जांच करवाई जाएगी कि किस तरह का आदेश है और कहां से यह जारी किया गया। जांच में सही पाए जाने पर दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
विभाग की ओर से फिलहाल ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इसकी जांच करवाई जाएगी कि किस तरह का आदेश है और कहां से यह जारी किया गया। जांच में सही पाए जाने पर दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।