गांधीनगर। गुजरात में गांधीनगर की एक अदालत ने सूरत की दो बहनों के साथ बलात्कार के मामले में आसाराम की पुलिस रिमांड आज 22 अक्टूबर तक के लिये बढ़ा दी। आसाराम को चार दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद आज सत्र न्यायालय में पेश किया गया जहां उनकी रिमांड तीन दिन के लिये बढ़ा दी। पुलिस ने आसाराम पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुये रिमांड अवधि दस दिन के लिये बढ़ाने की मांग की थी। पुलिस ने यह भी कहा कि आसाराम ने पूछताछ के दौरान ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दिये। पुलिस ने अदालत में यह भी कहा कि आसाराम के शिष्यों नेआतंकवाद निरोधक दस्ते के कार्यालय के समक्ष धरना देकर भी अशांति पैदा करने की कोशिश की है। पुलिस ने आसाराम की पत्नी लक्ष्मी और बेटी भारती से भी पूछताछ करने की अनुमति मांगी। लक्ष्मी और भारती को एक स्थानीय अदालत से पहले ही अग्रिम जमानत मिल चुकी है। गौरतलब है कि आसाराम के बेटे नारायण साइट्व और तीन शिष्याओं ने बलात्कार के इस मामले में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी। इस मामले की सुनवाई भी कल 22 अकटूबर तक के लिये टाल दी गयी। सूरत की दो सगी बहनों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2००2 से 2००4के दौरान जब वे आसाराम के आश्रम में काम करती थी तो वह तथा उसके बेटे नारायण ने उनके साथ बलात्कार किया था। उनका आरोप है कि इस काम में आसाराम एंव नारायण साई की मदद भारती तथा उसकी मां लक्ष्मी ने की थी। सूरत की पुलिस ने नारायण साई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर रखा है। नाबालिग लडकी के साथ दुराचार के मामले में आसाराम पहले ही जोधपुर जेल में बंद है और 14 अकटूबर को गुजरात पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया।