आसाराम को मेडिकल रिपोर्ट में क्लीनचिट, पुष्टि नहीं लेकिन भक्तों ने मांगी बेल
जोधपुर। विवादों से नाता रखने वाले 75 साल के कथावाचक आसाराम बापू नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे और तब से ही जेल में बंद है। उन्होंने जमानत के लिए अनगिनत बार कोशिश की, लेकिन कोर्ट ने कहा था कि जब तक मामले में महत्वपूर्ण गवाहों पूछताछ चल रही है तब तक उन्हें जमानत नहीं दी जाएगी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मेडिकल रिपोर्ट्स कुछ और ही कहती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बलात्कार या हमले का कोई सबूत नहीं है। हालांकि मीडिया में चल रही इस खबर की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। लेकिन यह बात पता चलते ही, उनके कई भक्तों ने उनकी जमानत को लेकर ट्वीट करना शुरू कर दिया है और मोदी से उन्हें बाहर लाने की अपील की जा रही है। इसके परिणामस्वरूप ट्विटर पर #BailForBabuji ट्रेंड कर रहा है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने ट्वीट किया ‘गिरफ्तारी से लेकर अब तक आसाराम बापू के खिलाफ एक भी आरोप साबित नहीं हुआ, देश के लाखों लोगों की परवाह करने वाले व्यक्ति को सम्मान की जरूरत है।’
एक अन्य ट्वीट में ठाकरे ने लिखा ‘ मैं श्री नरेंद्र मोदीजी से बापूजी की जमानत का अनुरोध करता हूं। हमारे संतों के साथ पूर्ण अन्याय हमारे संविधान का सबसे कमजोर पक्ष दिखाता है।’
इसके बाद आसाराम बापू के भक्तों के ट्वीट्स की बाढ़ सी आ गई। एक भक्त दिनेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा ‘निर्दोष आसाराम बापू जी की गिरफ्तारी और कुछ नहीं बल्कि सोची समझी साजिश है।’
महिला मंडल अहमदाबाद के ट्विटर पर लिखा गया ‘ संत आसाराम बापूजी पूरी तरह निर्दोष है तभी तो इतना भारी समर्थन बापूजीके लिए आवाज उठा रहा है। ‘
भक्ति हेमंत सिंह ने लिखा ‘ क्यों निर्दोष आसाराम बापू जी को न्याय देने में अत्यधिक देरी? मामला फर्जी है।’