अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सौराष्ट स्थित सोमनाथ में 83 करोड़ रुपए के कई विकास कार्यों का लोकार्पण के साथ ही मां पार्वती के मंदिर का वर्च्युअली शिलान्यास करते हुए कहा कि आस्था को आतंक से कभी कुचला नहीं जा सकता| केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी वर्च्युअली इस कार्यक्रम में शामिल हुए| सोमनाथ के राम मंदिर ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी उपस्थित रहे| पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के तौर पर इस पवित्र स्थल की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है|
आज हम फिर एक बार इस पवित्र तीर्थस्थल की कायाकल्प के साक्षी बने हैं| आज मुझे नवीनीकरण के बाद नए स्वरूप में समुद्र दर्शन, सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी एवं पुराने सोमनाथ मंदिर के उदघाटन का अवसर मिला है| साथ ही पार्वती माता मंदिर का शिलान्यास करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है| पीएम मोदी ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने विश्वनाथ से सोमनाथ तक कई मंदिरों का जीर्णोद्धार किया था| प्राचीनता और आधुनिकता का जो संगम उनके जीवन में था, आज देश उसे अपना आदर्श मानकर आगे बढ़ रहा है|
पीएम मोदी ने कहा कि सोमनाथ ऐसा स्थल है जिसे वर्षों पहले ऋषि मुनियों ने ज्ञान का क्षेत्र माना था, जो आज भी समूचे विश्व को बता रहा है कि सत्य को असत्य से परास्त नहीं किया जा सकता| उन्होंने कहा कि आस्था को कभी आतंक से कुचला नहीं जा सकता| उन्होंने कहा कि सैंकड़ों वर्षों के इतिहास में मंदिर को कई बार तोड़ा गया, यहां की मूर्तियां खंडित की गईं, उसके अस्तित्व को नष्ट करने का प्रयास किया गया| लेकिन जितनी बार मंदिर को तोड़ा गया, वह पहली की अपेक्षा और सुंदर बनकर तैयार हुआ| ये शिव ही हैं जो विनाश में भी विकास का बीज अंकुरित करते हैं, संहार में भी सृजन को जन्म देते हैं। इसलिए शिव अविनाशी हैं, अव्यक्त हैं और अनादि हैं।
शिव में हमारी आस्था हमें समय की सीमाओं से परे हमारे अस्तित्व का बोध कराती है, हमें समय की चुनौतियों से जूझने की शक्ति देती है| आज मैं लौह पुरुष सरदार पटेल जी के चरणों में भी नमन करता हूँ जिन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने की इच्छाशक्ति दिखाई। सरदार साहब, सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र भावना से जुड़ा हुआ मानते थे पीएम मोदी ने आज जिन विकास कार्यों को लोकार्पण किया उसमें सोमनाथ वॉक वे, सोमनाथ प्रदर्शन केन्द्र और पुराने सोमनाथ मंदिर का नवीनीकरण शामिल है|