

इस चर्चित हत्याकांण्ड मामले में मंगलवार को बिहारशरीफ कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया. बिहारशरीफ कोर्ट के एडीजे 3 राजेश कुमार पाण्डेय ने अपना अंतिम फैसला सुनाते हुए इस हत्याकाण्ड में शामिल बिहारशरीफ के मंसुरनगर निवासी कुख्यात अपराधी लाला चौरसिया को फांसी की सजा सुनाई वहीं चामो उर्फ शंकर मिस्त्री को उम्रकैद और दस-दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया.
इस दौरान लुटेरों ने सभी छा़त्रों से एटीएम कार्ड, पैसे और मोबाईल छिन लिया. इसके बाद दो अपराधी इन छात्रों से एटीएम का पिन नंबर पूछकर राशि निकालने नीचे चले गये थे.
पिन नंबर गलत बाए जाने से आक्रोशित अपराधियों ने प्रेम कुमार, राहुल कुमार, समरजीत कुमार को तीन सौ फीट की अधिक ऊंचाई से नीचे फेंक दिया था जिसमें प्रेम कुमार और राहुल की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी जबकि समरजीत अपराधियों से लड़ते हुए अपराधी लाला चैरसिया के साथ नीचे गिरकर पहाड़ की झाड़़ियो में जा लटका था.
एक अन्य छात्र राहूल कुमार मौके से अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहा था. इस हत्याकांण्ड में शामिल दो अपराधी सुखा और संतोष उर्फ नाटा पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर हैं जिसकी तलाश सोहसराय थाने की पुलिस कर रही है.