इंडियन नेवी की ताकत बढ़ाने के लिए आज सुबह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ‘खांदेरी सबमरीन’ को नेवी में शामिल किया गया. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमएसडीएल) में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने इसे भारतीय नौसेना के हवाले किया. प्राप्त जानकारी केअनुसार नेवी में शामिल होने के बाद इसके कई ट्रायल लिए होंगे फिर नौसेना के वार जोन में इसे स्थान दिया जाएगा. नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी इस अवसर पर मौजूद थे.
यहां पनडुब्बी को उस पॅन्टून से अलग किया गया, जिसपर उसके विभिन्न हिस्सों को जोडकर एकीकृत किया गया था. यहां उल्लेख कर दें कि इस सीरीज की पहली पनडुब्बी कलवरी को पिछले साल अप्रैल में लॉन्च किया गया था. इसे दिसंबर तक शामिल करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह नहीं हो पाया.
ये है ‘खांदेरी सबमरीन’ की खास बातें
2. स्कॉर्पीन श्रेणी की यह सबमरीन अत्याधुनिक फीचर से लैस है. इनमें रडार से बच निकलने की इसकी उत्कृष्ट क्षमता और सधा हुए वार करके दुश्मन पर जोरदार हमला करने की योग्यता शामिल है. रडार से बच निकलने की क्षमता इसे अन्य कई पनडुब्बियों की तुलना में अभेद्य बनाएगी.
3. खांदेरी नाम मराठा बलों के द्वीपीय किले के नाम पर दिया गया है जिसकी 17वीं सदी के अंत में समुद्र में मराठा बलों का सर्वोच्च अधिकार सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका थी.
4. सबमरीन को ऐसे डिजाइन किया गया है कि वो हर जगह चल पाने में सक्षम हो. सममरीन पानी में हो या सतह पर दोनो ही स्थितियों में इसकी ट्यूब प्रणाली एंटी सिप मिसाइल लॉन्च कर सकती है.
5. इस सबमरीन के माध्यम से नेवल टास्क फोर्स भी दुश्मनों पर कभी भी कहीं से भी हमला करने में सक्षम होगी.