इंश्योरेंस ले रहे हैं तो इन बातों का रखें ख़ास ध्यान, नहीं तो उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान
इंश्योरेंस हर किसी की जरूरत हो गई है. मेडिकल खर्च इतना बढ़ गया है कि हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी है. अगर आपके पास यह इंश्योरेंस नहीं है तो अस्पताल जाने की नौबत में सबकुछ बिक सकता है. इसका अलावा भी अपने और परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए टर्म इंश्योरेंस लेते हैं. यह निवेश का भी अच्छा साधन है.
सरकार की कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इंश्योरेंस खरीदें और भविष्य को सुरक्षित बनाएं. इसलिए, यहां निवेश करने पर इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है. लेकिन, इसे बेचने वाले एजेंट गलत फायदा उठाते हैं और इंश्योरेंस लेने वालों को गलत और भ्रामक जानकारी देते हैं. इसलिए कोई भी इंश्योरेंस खरीदने से पहले सभी नियमों के बारे में अच्छी तरह जान लें.
LIC देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है. वह अपने ग्राहकों को सचेत करने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी करती है. ग्राहकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे इसे पढ़ें और फ्रॉड का शिकार होने से बचें. इंश्योरेंस लेते वक्त इन बातों को जरूर ध्यान में रखें.
1. पॉलिसी प्रीमियम भरने के लिए जो भी चेक दें वह केवल Life Insurance corporation of India के फेवर में होना चाहिए. अगर कोई आपसे किसी भी और नाम से चेक जारी करने को कहता है तो साफ इनकार कर सकते हैं. साथ ही इसकी जानकारी तुरन्त एलआईसी को दें.
2. हमेशा www.licindia.in की वेबसाइट पर अपनी पॉलिसी का स्टेटस चेक करते रहें. पॉलिसी को अपडेट कराने के लिए नई पॉलिसी की जानकारी लेते रहें.
3. एजेंट की ओर से दिए जाने वाले किसी भी दस्तावेज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर न करें. किसी तरह की जल्दबाजी न करें. अगर आपको टर्म्स एंड कंडिशन या कोई भी डॉक्यूमेंट पढ़ने के लिए वक्त चाहिए तो सीधे बोल दें. ऐसा करने से आप भविष्य में पैदा होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं.
4. पॉलिसी के ओरिजनल डॉक्यूमेंट कभी किसी को न दें. एलआईसी किसी भी शख्स को इस बात की अथॉरिटी नहीं देती कि वह किसी भी पॉलिसी होल्डर से पॉलिसी का ओरिजिनल पेपर कलेक्ट करे.
5. फोन पर आने वाले ऑफर्स से सावधान रहें. यह जरूरी नहीं कि अगर कोई फोन करके खुद को एलआईसी का एजेंट बताता है तो वह वास्तव में एलआईसी एजेंट ही हो. किसी भी तरह की पॉलिसी लेने और उसका पेमेंट करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि वह एलआईसी एजेंट ही है.
6. एलआईसी की तरफ से कभी बोनस या बकाया किस्त के लिए पॉलिसी होल्डर से फोन पर संपर्क नहीं किया जाता है. इस तरह की कॉल स्पैम कॉल हो सकती है.
7. एलआईसी को NEFT के माध्यम से ही पेमेंट करें, यह पेमेंट करने का सुरक्षित तरीका है और इसमें किसी तरह के फ्रॉड की गुंजाइश भी नहीं है.
8. एलआईसी ने अपनी एंटी फ्रॉड पॉलिसी के तहत सभी पॉलिसी होल्डर्स और एलआईसी से जुड़े अन्य लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी तरह की धोखाधड़ी की जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना जरूर दें.