दस्तक टाइम्स/एजेंसी: डेस्कः ज्यादातर लोगों के घूमने-फिरने का मकसद फन एक्टिविटीज के जरिए माइंड फ्रेश करना, अलग-अलग डिशेज को टेस्ट करना और साथ ही दूसरे देशों की खूबसूरती को निहारना होता है लेकिन कुछ लोगों के लिए टूर प्लान का मतलब फुल थ्रिल होता है। सेक्स टूरिज्म उसी थ्रिल का एक मेजर पार्ट है जो कई सारे देशों के लिए बहुत ही तेजी से और जल्द कमाई का जरिया है। जहां क्लाइंट के रूप में ज्यादातर पुरुष शामिल हैं वहीं सर्विंग के लिए ज्यादातर महिलाएं। करोंड़ों का कारोबार कराने वाले इस इंडस्ट्री से देश को अच्छा खासा फायदा होता है।
स्पेन
मैड्रिड, बार्सिलोना, इबिजा जैसे शहर टूरिस्टों की फेवरेट जगहों में शामिल हैं लेकिन इकोनॉमी को बढ़ाने के मद्देनजर स्पेन में अब सेक्स टूरिज्म भी शुरू हो चुका है। प्रॉस्टिट्यूशन के लीगल होने के चलते इसे यूरोप का सबसे फेमस सेक्स टूरिस्टज्म डेस्टिनेशन बनाने का काम चल रहा है। यहां के सेक्स वर्कर्स में ज्यादातर साउथ अमेरिका और स्पेनिश महिलाओं को देखा जा सकता है।
सेक्स टूरिज्म के लिए मशहूर देशों की लिस्ट में थाईलैंड का नंबर सबसे ऊपर आता है। बैंकॉक में बहुत सारे रेड लाइट एरिया मौजूद हैं। लगभग 3 मिलियन सेक्स वर्कर्स थाईलैंड में एक्टिव हैं। यहां की सरकार बढ़ते हुए टूरिज्म को देखते हुए इसे लीगल करने की प्लानिंग कर रही है। थाई कल्चर इस चीज को लाइफस्टाइल के लिए जरूरी मानते हैं।
ब्राजील देश अपने टूरिस्ट को सिर्फ खूबसूरत वाइल्ड लाइफ, बीच और दुनियाभर में मशहूर कार्निवल फेस्टिवल के चलते ही अट्रैक्ट नहीं करता बल्कि सेक्स टूरिज्म भी एक बड़ी वजह है। ब्राजील गवर्नमेंट वर्ल्ड कप के दौरान के दौरान इस धंधे पर खासतौर से निगरानी रखती है। यहां फीमेल ही नहीं मेल सेक्स टूरिज्म की भी बड़ी डिमांड है।
ज्यादातर कैरीबियन देशों में सेक्स टूरिज्म का कारोबार दिनों-दिन बढ़ रहा है, खासतौर से फीमेल सेक्स टूरिज्म। डोमिनिकन रिपब्लिक भी उन्हीं खास देशों में से एक है। जहां लगभग 60 हजार से लेकर 100000 महिलाएं सेक्स वर्कर हैं जो इस काम के लिए अलग देशों में भी भेजी जाती हैं। डोमिनिकन रिपब्लिक में प्रॉस्टिट्यूशन लीगल है। जिसकी वजह से यहां बहुत ही कम उम्र के सेक्स वर्करर्स को देखा जा सकता है। यूनाइटेड नेशंस और यूरोप के बीच बसे होने के कारण इस देश में सेक्स टूरिज्म बहुत ही मशहूर है।
कंबोडिया में प्रोस्टिट्यूशन को लेकर बहुत ही कड़े नियम कानून हैं फिर भी यहां सेक्स टूरिज्म पॉपुलर है। 20वीं सदी से ही यह देश अपनी खास इतिहास को लेकर चर्चाओं में आया था और अभी फिलहाल यह देश चाइल्ड सेक्स को लेकर चर्चाओं में है। गरीबी के चलते यहां पेरेंट्स खुद अपने बच्चों को इस काम में उतारते हैं। जानकर हैरानी होगी कि यहां चाइल्ड वर्जिनिटी को लेकर करोड़ों में बोलियां(नीलामी) लगाई जाती हैं। इतना ही नहीं कम उम्र के सेक्स वर्कर्स के साथ तो लोग बुरे से बुरा व्यवहार तक करने से बाज नहीं आते।
नीदरलैंड्स का एम्सटर्डम अपनी खूबसूरती के लिए कम सेक्स टूरिज्म के लिए ज्यादा फेमस है। यहां का रेड लाइट डिसट्रिक्ट में लोअर से लेकर अपर क्लास तक के लिए सेक्स वर्कर्स अवेलेबल कराए जाते हैं। इसके अलावा यहां पीप शॉप, स्ट्रिप क्लब्स, सेक्स शॉप्स की भी भरमार है। प्रॉस्टिट्यूशन लीगल होने के कारण यहां सेफ्टी का खासतौर से ध्यान रखा जाता है। इस काम के लिए आपको टाइम, दिन और उम्र के हिसाब से लगभग 35-100 यूरो खर्च करने पड़ सकते हैं।