अन्तर्राष्ट्रीय

इटली में 51 डॉक्टरों की मौत

रोम : इटली में कोरोना से मरने वालों की संख्या 9 हजार 134 पहुंच गयी है। वहीं कोरोना वायरस महामारी का गढ़ बन चुके इटली में 51 डॉक्टरों की इस किलर वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि ये सभी डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे थे और इसी दौरान संक्रमित हो गए। इस बीच इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 9 हजार 134 पहुंच गई है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। सभी 51 डॉक्टर कोरोना वायरस पॉ‍जिटिव पाए गए थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इटली के डॉक्टर के संघ के अध्यक्ष फिलिपो अनेल्ली ने हाल ही में इसी खतरे को देखते हुए डॉक्टरों के लिए और ज्यादा सुरक्षा उपकरण मांगे थे। अनेल्ली ने कहा कि ‘सबसे पहला काम डॉक्टरों और हेल्थ केयर वर्कर की सुरक्षा करना है ताकि वे कोरोना की चपेट में न आएं। इस बीच इटली को कोरोना वायरस की त्रासदी से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। पिछले हफ्ते एक-दो दिन मरने वालों की संख्या में कमी आने से माना जा रहा था कि शायद जल्द ही यह देश इस महामारी से उबर जाएगा। हालांकि, शुक्रवार को एक बार फिर भयानक रेकॉर्ड दर्ज करते हुए कोरोना ने इटली में 970 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। इटली में करीब 5 हफ्ते पहले शुरू हुआ मौत का तांडव अब तेजी से जानें लील रहा है। यहां हर दिन मौतों का रेकॉर्ड बन रहा है। शनिवार को इटली में 793 लोगों की जान चली गई थी और रविवार को यह आंकड़ा 637 रहा। अब तक देश में कुल 5 हजार 476 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में अब तक कोरोना से कुल 53,578 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। देश की आबादी ज्यादातर बुजुर्ग होने के कारण इन लोगों को बचा पाना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। आलम यह है कि शहर की दीवारों से लेकर अखबार के पन्ने तक हर दिन हो रहीं मौतों के शोक-संदेशों से पटे पड़े हैं।

इटैलियन मेल नर्स और फटॉग्रफर पाओलो मिरांडा ने मिलान के लॉम्बार्डी में अपनी शिफ्ट के दौरान कुछ तस्वीरें लीं जिससे साफ पता चलता है कि इस त्रासदी के बीच में किस तरह से मेडिकल स्टाफ सुपरहीरो की तरह काम कर रहा है। ये लोग इन्फेक्शन के बीच अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और जिंदगियां बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं और ऐसे में डॉक्टरों को बिना रुके अपना काम करना पड़ रहा है। कई बार वे हताश भी दिखते हैं और ऐसे में एक-दूसरे का ही सहारा भी बनते हैं। शिफ्ट्स के बीच में अपने लिए दो पल का चैन जुटाने की कोशिश करते हैं। हफ्तों से जो आराम नहीं मिला है, वह फिलहाल मिलता न देख एक-दूसरे से ताकत हासिल करते हैं। चाहे संसाधन कम पड़ रहे हों, वक्त या हिम्मत भी खत्म हो रही हो, डॉक्टर फिर उठ खड़े होते हैं। नए सिरे से लड़ाई लड़ने के लिए। मुश्किल की इस घड़ी में पूरी दुनिया एकसाथ खड़ी है। कुछ ऐसा ही क्यूबा ने करके दिखाया है। क्यूबा के डॉक्टर्स इटली के लॉम्बार्डी के लिए निकले हैं। लॉम्बार्डी इटली में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और कोरोना का गढ़ बन चुका है। ऐसे हालात में वहां जाने वाले इन डॉक्टर्स को दुनिया सलाम कर रही है। रोम के ऑस्टिया में मेडिकल स्टाफ अस्पतालों में तो जुटा ही है, सड़कों पर ऐसे लोगों के लिए निकला है जो बेघर हैं।

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