टीम इंडिया के प्रमुख चयनकर्ता पिछले कुछ समय से आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं। एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति और खिलाड़ियों के बीच विवाद इंग्लैंड दौरे के बाद से लगातार दिख रहा है। क्रिकेटर्स का कहना है कि उन्हें संवाद की कमी यानी बिना जानकारी दिए टीम से बाहर कर दिया गया है। चलिए आपको बताते हैं कि अब तक चयनकर्ताओं पर टीम इंडिया के किन खिलाड़ियों ने अपनी भड़ास निकाली और फिर उन्हें क्या जवाब मिला:
तिहरा शतक जमाने वाला बल्लेबाज रहा सबसे आगे
चयनकर्ताओं पर सबसे पहला हमला बोलने में करूण नायर आगे आए। नायर ने कहा कि इंग्लैंड दौरे पर एक भी टेस्ट में खेलने का मौका नहीं दिया और फिर अचानक ही वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया। उन्होंने साथ ही कहा कि बाहर करने से पहले चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने उनसे एक बार बात तक नहीं की। यहीं से खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के बीच संवाद की कमी का मामला बढ़ा।
प्रसाद ने दिया ऐसा जवाब- प्रसाद ने कहा, ‘मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम के चयन के बाद खुद तुरंत करूण से बात की और उन्हें वापसी करने के तरीके के बारे में बताया। चयन समिति संवाद प्रक्रिया के बारे में बहुत स्पष्ट है।’ प्रसाद के मुताबिक करूण टेस्ट टीम की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें घरेलू क्रिकेट और भारत ए की तरफ से रन बनाना होंगे।
मुरली ने भी बजा दिया गीत
मुरली विजय का इंग्लैंड दौरे पर प्रदर्शन अच्छा नहीं था। उन्हें तीन टेस्ट के बाद टीम से बाहर कर दिया गया। विजय ने खुलकर कहा कि चयनकर्ताओं और टीम के किसी सदस्य ने उनसे बातचीत नहीं की और कोई जानकारी नहीं दी। विजय ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों को अच्छे से जानते हैं और उसकी अलग से तैयारी कर रहे हैं।
प्रसाद को लगा तगड़ा झटका- एमएसके प्रसाद को करूण से ज्यादा विजय के बयान से झटका लगा। उन्होंने कहा कि ये सभी आधारहीन रिपोर्ट हैं। मुरली विजय को बाहर करने के बाद उनसे संवादहीनता की बात है तो मैं भी हैरान हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा जबकि मेरे साथी चयनकर्ता देवांग गांधी ने उन्हें सूचित कर दिया था कि किन कारणों से उन्हें बाहर किया जा रहा है। मगर यह विवाद तब भी नहीं थमा।
भड़क गए केदार जाधव
केदार जाधव का मामला सबसे ताजा है। उन्होंने कहा कि फिट और फॉर्म में होने के बावजूद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम तीन वन-डे के लिए नहीं चुना गया, जो उनकी समझ से परे है। बता दें कि देवधर ट्रॉफी में जाधव ने एक मैच खेला था और इसके बाद चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे।
इस पर प्रसाद ने जवाब दिया, ‘हमने केदार को फिटनेस के उनके इतिहास को देखते हुए नहीं चुना। इससे पहले भी जब उन्होंने फिट होकर वापसी की तो हर बार दोबारा चोटिल होकर टीम से बाहर हुए। अगर भारत ‘ए’ आज जीत दर्ज करने में सफल रहता है तो केदार को एक अन्य मैच खेलने मिल जाएगा जिससे हमें उनकी मैच फिटनेस का सही आंकलन कर पाएंगे।’