इन तीन राशियों को यह ग्रह दिलाता है राजयोग…
नवग्रहों का अलग-अलग महत्व होता है, लेकिन सभी ग्रहों के गुरु बृहस्पति है। बृहस्पति को सबसे शक्तिशाली ग्रह माना गया है। अगर किसी व्यक्ति का बृहस्पति मजबूत होता है तो उसके जीवन में राजयोग निश्चित है। वहीं बृहस्पति देव के नाराज होने से इंसान को बर्बाद होने में समय नहीं लगता है।
बृहस्पति का पहला राजयोग
अगर किसी का बृहस्पति केंद्र में होता है तो उसे अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही अगर लग्न में हो तो और भी ज्यादा अच्छा होता है। ऐसा होने पर यह आपके कुंडली में तमाम दोषों को खत्म कर देता है। व्यक्ति की आयु बढ़ जाती है।
बृहस्पति का दूसरा राजयोग
जब बृहस्पति और चंद्रमा एक दूसरे के केंद्र में विराजमान रहते हैं तो उस योग को गजकेसरी योग कहते हैं। यह योग कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। ऐसे लोग किसी भी कार्य में काम करते हैं तो उन्हें सफलता जरूर मिलती है। ऐसे योग वाले लोगों को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।
तीसरा राजयोग
बृहस्पति अगर कर्क, धनु, मीन राशि में हो तो यह राजयोग बनता है। यह योग व्यक्ति को समाज में मान, प्रतिष्ठा दिलाता है। इसके साथ ही काम करने के क्षमता को भी बढ़ाता है।
बृहस्पति देव की पूजा-अर्चना करने वाले लोगों को सात्विक रहना चाहिए। ऐसे लोगों पर बृहस्पतिदेव की कृपा बनी रहती है।