विदेशों की खूबसूरत वादियों, पहाड़ों और समंदर के तटों से अलग कुछ देखने का मन है, एक अलग एक्सपीरियंस के साथ ट्रैवल करना चाहते हैं तो इन जगहों पर आएं। पूरी जिंदगी देश के लिए लड़ने वाले गांधी जी के इन जगहों पर स्टैचू देखकर आश्चर्य के साथ ही गर्व भी होगा, क्योंकि इन जगहों पर गांधी जी को कई बार अपमान का सामना करना पड़ा था।
जोहानिसबर्ग, साउथ अफ्रीका
जोहानिसबर्ग में गांधी की यह मूर्ति शहर के बीचोंबीच गांधी स्क्वेयर पर स्थित है। माना जाता है कि यह दुनिया में गांधी की एकमात्र प्रतिमा है, जिसमें उन्हें वकील के तौर पर दिखाया गया है। वह कोर्ट में पहने जाने वाले कपड़े पहने हुए हैं। उन्होंने यहां लॉ की प्रैक्टिस की थी। इस कारण जगह का नामकरण उनके नाम पर किया गया है। बता दें कि महात्मा गांधी 1893 में साउथ अफ्रीका गए थे। वह 1903-14 तक जोहानिसबर्ग में रुके थे।
पीटरमैरित्जबर्ग, साउथ अफ्रीका
महात्मा गांधी के अंदर अहिंसा की भावना तो शुरू से ही थी, पर साउथ अफ्रीका के पीटरमैरित्जबर्ग में 1983 से ज्यादा गहरी हुई। प्रिटोरिया की सैर करते वक्त गांधी जी को ट्रेन से फेंका गया था, जबकि उनके पास फर्स्ट क्लास की टिकट थी। इस घटना ने गांधी जी को पूरी तरह बदल दिया था। उन्होंने नस्लभेद के खिलाफ आवाज उठाने की ठानी। ये स्टैचू उनके इसी प्रण की निशानी है।
एम्सटर्डम, नीदरलैंड
एम्सटर्डम में साल 1995 में महात्मा गांधी के स्टैचू को लगाया गया था। इसके अलावा, महात्मा गांधी को अर्धनग्न फकीर कहने वाले ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री चर्चिल के ही देश में गांधी की मूर्ति उन्हीं की मूर्ति के बगल में लगाई गई है।
द हेग, नीदरलैंड
नीदरलैंड के सूरीनामी इंस्टीट्यूट द्वारा लगाए गया यह स्टैचू काफी बड़ा है। इसे कैरल गोम्ज ने बनाया था। 25 जून, 2004 को इसका अनावरण किया गया था।