जीवनशैली

इन वजहों से झड़ते हैं आपके बाल, कहीं आप भी तो नही कर रहें है ये गलती

बाल झड़ते जाना किसी को भी परेशान करने के लिए काफी है. लोगों को यह डर सताने लगता है कि बाल झड़ने की वजह से वह धीरे-धीरे कहीं गंजे ना हो जाएं. लेकिन हर बार बाल टूटने पर भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. अमेरिकन हेयर लॉस एसोसिएशन के मुताबिक, सामान्य बाल बढ़ने के सायकल में रोज हर किसी के करीब 100 बाल टूटते हैं हालांकि अगर ज्यादा तेजी से बाल टूटने लगे तो यह तनाव की बात हो सकती है.

इन वजहों से झड़ते हैं आपके बाल, कहीं आप भी तो नही कर रहें है ये गलती अधिकतर लोगों के बाल हर महीने आधा इंच बढ़ जाते हैं. किसी भी वक्त पर आपके 90 फीसदी बाल बढ़ रहे होते हैं जबकि 10 फीसदी बाल निष्क्रिय अवस्था में पड़े रहते हैं. दो या तीन महीनों बाद ये 10 फीसदी बाल टूट जाते हैं और इनकी जगह पर नए बाल उगना शुरू हो जाते हैं. दूसरी तरफ, दूसरे फॉलिकल्स निष्क्रिय पड़ जाते हैं.

बाल झड़ना हेयर लॉस से अलग है. जब कोई बाल जड़ से गिर जाता है और दोबारा नहीं उगता है तो उसे हेयर लॉस कहते हैं. तनावपूर्ण स्थितियों में अक्सर लोगों के बाल टूटते हैं.

न्यू यॉर्क में लेनॉक्स हिल हॉस्पिटल में डर्मेटोलॉजिस्ट डोरिस डे कहते हैं, ‘लेकिन फिर भी आपको बुरा महसूस होता है क्योंकि बाल बढ़ाने में वक्त लगता है. यह भले ही हेयर लॉस की तरह लगता है लेकिन हेयर लॉस नहीं होता है.’

क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, हेयर लॉस के लिए एलोप्सिया एक मेडिकल टर्म है जिसमें केवल स्कैल्प पर ही नहीं बल्कि पूरे शरीर पर व्यक्ति अपने बाल खोने लगता है, हालांकि गंजेपन के लिए अधिकतर आनुवांशिकी वजहें होती हैं.

आनुवांशिकी के अलावा हेयर लॉस के पीछे कई और भी वजहें हो सकती हैं-

हेयरस्टाइल या बालों का गलत रखरखाव-

कई बार लोग लगातार गलत हेयरस्टाइल की वजह से अपने बाल खोने लगते हैं. कुछ लोग बालों को रबर बैंड से कसकर बांधते हैं. बहुत ऊपर से चोटी बनाना या पोनीटेल बनाने से भी बाल टूटने लगते हैं. इसके अलावा डाई, ब्लीच, स्ट्रेटनर्स या परमानेंट वेव सॉल्यूशन के इस्तेमाल से भी बाल झड़ना शुरू हो सकता है. इन कैमिकल से जितना ज्यादा नुकसान होता है, उसके आधार पर हेयर लॉस परमानेंट होता जाता है.

हार्मोन असंतुलन-

महिलाओं में बर्थ कंट्रोल पिल्स, प्रेग्नेंसी, बच्चे को जन्म, मेनोपॉज की वजह से हार्मोन में आए बदलाव की वजह से भी बाल टूट सकते हैं.

बीमारी या सर्जरी-

किसी बीमारी या सर्जरी से हुए तनाव की वजह से भी कुछ समय के लिए बालों के उगने की प्रक्रिया कुछ समय के लिए रुक सकती है. थॉयराइट डिसऑर्डर, सिफलिस, आयरन की कमी या इन्फेक्शन की वजह से भी बाल झड़ सकते हैं.

दवाइयां या विटामिन्स-

कैंसर कीमियोथेरेपी में शरीर की सभी तेजी से बढ़ रही कोशिकाओं को मारने की कोशिश की जाती है और इसी प्रक्रिया में बालों की जड़ों पर भी हमला होता है. हेयर लॉस के लिए यह एक बड़ी वजह होती है. कई बार कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट की वजह से भी बाल झड़ना शुरू हो सकता है. विटामिन ए की अधिकता की वजह से भी बाल टूट सकते हैं.

पोषक तत्वों की कमी-

ज्यादा डाइटिंग या खाने में पोषक तत्वों की कमी से बाल झड़ सकते हैं. प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है.

उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों की ग्रोथ रुकना स्वाभाविक है.

महिलाएं सामान्यत: पूरी तरह से गंजी नहीं होती हैं. महिलाओं में ज्यादातर सिर के आगे के हिस्से और कानों के पास बाल ज्यादा झड़ते हैं. वहीं पुरुषों में माथे के पास ज्यादा बाल झड़ते हैं.

Related Articles

Back to top button