
आईपीएल सीजन-12 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी पूरी हो चुकी है और इसी के साथ सभी 8 टीमों का स्क्वाड तय हो चुका है। फैंस को अभी भी सबसे ज्यादा उम्मीदें अपनी फेवरेट टीम चेन्नई सुपरकिंग्स से हैं, लेकिन टीम में कुछ ऐसी कमियां अभी से नजर आ रही हैं जो डिफेंडिंग चैंपियन को चौथी बार विजेता बनने से रोक सकती हैं।
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी और उसके टॉप स्कोरर सुरेश रैना लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म हैं। मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजी को मजबूत बनाने वाले इन दो दिग्गजों के प्रदर्शन के बिना टीम का जीतना मुश्किल है। पिछले सीजन में भी धोनी ने अपनी बल्लेबाजी से कई मैचों की परिणाम अपने पक्ष में किए थे।

चेन्नई सुपरकिंग्स में इस बार एक विदेशी तेज गेंदबाज की कमी खलेगी। मार्क वुड पर दांव न खेलने की वजह से अब सीएसके के पास लुंगी एनगिडी और डेविड विली ही विकल्प के रूप में बचते हैं। ऐसे में दोनों ही गेंदबाजों का पूरे टूर्नामेंट में फिट रहते हुए बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
चेन्नई सुपरकिंग्स में खिलाड़ियों की औसत आयु 32 साल है। धोनी से लेकर सुरेश रैना, हरभजन सिंह, शेन वॉटसन और ड्वेन ब्रावो सभी उम्रदराज खिलाड़ियों की श्रेणी में आते हैं। हालांकि इन्हीं दिग्गजों के बूते टीम ने पिछली बार का खिताब अपने नाम किया था। युवा खिलाड़ियों की टीम में कमी एक बड़ी कमजोरी बनकर उभर सकती है।
चेन्नई सुपरकिंग्स के पास टॉप ऑर्डर में विकल्प की कमी है। फाफ डुप्लेसिस और अंबाती रायुडू अलग-अलग नंबर पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं, लेकिन सिर्फ दो बल्लेबाज टीम को जीत की दहलीज तक हर बार नहीं लेकर जा सकते। इसलिए मुरली विजय और शेन वॉटसन को बल्लेबाज के शीर्ष क्रम में अहम भूमिका निभानी ही होगी।
चेन्नई सुपरकिंग्स में एक ऑलराउंडर खिलाड़ी की कमी भी नजर आ रही है। ड्वेन ब्रावो के अलावा माही ब्रिगेड के पास कोई तूफानी ऑलराउंडर नहीं है। हालांकि पिछली बार यह कमी टीम के तेज दीपक चाहर ने पूरी की थी। अगर सीएसके को इस बार भी खिताब जीतना है तो इस खिलाड़ी का ऑलराउंडर की भूमिका में नजर आना बेहद जरूरी है।