इन 5 बातों को समझने वाले कपल्स के बीच कभी नहीं होता डिवोर्स
किसी से प्यार करना या शादी निभाना कोई बच्चों का खेल नहीं है। प्रेमी-प्रेमिका या पति-पत्नी के रिश्ते में ढेर सारे उतार-चढ़ाव आते हैं। ऐसे में ये कुछ बातें मददगार साबित होंगी रिश्ता निभाने में…
जब घर में एक बल्ब फ्यूज हो जाता है तो क्या आप घर ही बदल देती हैं? नहीं न, आप बल्ब बदलती हैं। यदि आप किसी को चाहती हैं तो बार-बार उससे झगड़ा करने या उसे अपनी जिंदगी से बाहर निकालने के बारे में क्यों सोचती हैं? आप उसके साथ बैठ कर झगड़ा सुलझाने की कोशिश करें। सारी जिंदगी उसके जाने के गम में डूब जाने से तो बेहतर है कि आप उसके साथ समस्याएं सुलझाने के लिए वक्त निकालें।
ठीक मृत्यु की तरह इसे आप तब तक नहीं समझ पातीं, जब तक यह आपको हो नहीं जाता। आप भले ही कितने ही प्रेमगीत सुन लें, प्रेम भरे उपन्यास पढ़ लें, आपको यह तब तक महसूस नहीं होगा, जब तक आपको किसी से प्यार नहीं होगा।
हम सभी थोड़े झक्की या सनकी होते हैं। अगर आप चाहती हैं कि आपका रिश्ता ताजिंदगी चले तो ऐसा शख्स ढूंढिए जो आपसे थोड़ा सा कम सनकी हो। ऐसे में आपको बिना बात के झगड़ों से डील नहीं करनी पड़ेगी। यह काम उसी का रह जाएगा।
आपने देखा होगा कि किसी जोड़े के बीच थोड़ी सी भी अनबन होती है तो सबसे पहले उसका फेसबुक स्टेटस कमिटेड या मैरिड से सिंगल हो जाता है। यह कुछ वैसा ही जैसा एक बच्चा अपने पेरेंट्स से लड़ाई के बाद अपना स्टेटस ऑरफन कर दे। कुछ जोड़े वाकई नाटकीय होते हैं क्योंकि अगर उनका प्यार सच्चा होता तो मामूली झगड़े के बाद वे ब्रेकअप या तलाक की धमकी नहीं देते। जोड़े झगड़ते हैं और यह जिंदगी का हिस्सा है। समझदारी इसी में है कि आप इस झगड़े को मिलकर निपटाएं।
कभी न कभी आपने किसी न किसी बेल को तो देखा होगा। कैसे एक बेल एक बड़े पेड़ का सहारा लेकर ऊपर चढ़ती है और फलती-फूलती है। साथी से रिश्ता भी ऐसा ही होता है। कभी एक साथ पेड़ बनता है और दूसरा बेल तो कभी दूसरा साथी बेल बनता है और पहला पेड़। ऐसे ही सहारा लेकर दोनों आगे बढ़ते हैं।