इमरान खान ने अलापा कश्मीर का राग
लाहौर/नई दिल्ली: क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने कहा कि अपने हालिया भारत दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात में उन्होंने ‘‘भारत में अल्पसंख्यकों की तकलीफों’’ का मुद्दा उठाया और कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ क्रिकेट पर भी बातें की। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान ने कहा कि ‘तकलीफ’ का असर पाकिस्तान में भी महसूस किया गया। 63 साल के इमरान ने इस बात पर बल दिया कि भारतीय नेतृत्व को अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव खत्म करने का स्पष्ट संदेश देना चाहिए। सत्ताधारी पीएमएल-एन ने इमरान की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने मोदी के सामने कश्मीर का मुद्दा नहीं उठाया। पीएमएल-एन की इस आलोचना को खारिज करते हुए इमरान ने कहा, ‘‘मैंने भारतीय प्रधानमंत्री से कहा था कि एक समय पाकिस्तान और भारत कश्मीर मुद्दे केा सुलझाने के काफी करीब पहुंच गए थे।’’ दो दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘वार्ता के जरिए मुद्दे को सुलझाया जा सकता है।’’
उन्होंने द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों में भी सुधारों की जरूरत बताई। वहीं एक न्यूज चैनल से बातचीत में इमरान ने कहा कि हाफिज सईद को हम भारत के हु्क्म पर नहीं पकड़ सकते। इमरान ने कहा कि दोनों देशों से गरीबी तभी दूर हो सकती है जब वे वार्ता के जरिए अपने आपसी मुद्दों को सुलझाएं। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों तरफ एेसे लोग हैं जो अपने निहित स्वार्थों की खातिर शांति प्रक्रिया में बाधा डालते रहते हैं।’’ इमरान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहिये। यह दोनों देशों के लोगों को नजदीक लाता है जिससे क्रमश: तनाव भी कम होता है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों आेर के लोगों में संपर्क ही नहीं रहेगा तो वे नजदीक कैसे आएंगे।