इमरान खान ने कहा- पाक कभी नहीं बनेगा दूसरे देश की लड़ाई का हिस्सा
आतंकवाद पर लड़ाई के चलते बर्बादी और पीड़ा पर बोलते हुए खान ने कहा- “मैं शुरुआत से ही युद्ध के खिलाफ रहा हूं।” उन्होंने कहा- “हम किसी अन्य देश की लड़ाई का हिस्सा नहीं बनेंगे। हमारी विदेश नीति राष्ट्र हित में होगी। हालांकि, खान ने आंतकवाद के खिलाफ जोरदार मुकाबला करने के लिए पाकिस्तानी सेना की तारीफ की।
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने रावलपिंडी के जनरल मुख्यालय में रक्षा और शहीद दिवस के संबंध में मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए भारत से खूनी बदला लेने का ऐलान किया है।
बाजवा ने देश की सीमा पर बहे खून का बदला भारत से लेने की धमकी दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि आज पाकिस्तान के शहीदों के एकजुट होने का दिन है और सभी अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए एकजुट हैं। जनरल बाजवा ने कहा कि 6 सितंबर हमारे देश के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण दिन है और हमने 1965 और 1971 के युद्ध से बहुत कुछ सीखा है।
प्रधानमंत्री इमरान खान भी रक्षा दिवस पर शामिल हुए। बाजवा ने कहा, ‘हमारी सेना और देश ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बलिदान दिया है। हमारे घर, स्कूल और नेताओं पर हमला किया गया। हमें अंदरुनी रूप से कमजोर करने के कार्य किए गए।’ उन्होंने बताया कि 70,000 पाकिस्तानी इस युद्ध के दौरान शहीद और घायल हुए थे।
जनरल बाजवा ने आतंकवाद के इस खतरे से सामूहिक रूप से लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध राष्ट्र अपने शहीदों को नहीं भूलते हैं। हम सीमा पर बहने वाले रक्त का बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से देश काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है और युद्ध लगातार जारी है। इस दौरान कश्मीर का जिक्र करते हुए बाजवा ने आत्मनिर्भरता के अधिकार के लिए कश्मीरी भाइयों के संघर्ष को श्रद्धांजलि अर्पित की।