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इलाज के लिए भटकता रहा मरीज, नहीं पसीजे धरती के भगवान
लखनऊ। बदले मौसम के मिजाज से प्रदेश में बढ़ रही तमाम बिमारियों को मद्देनजर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सतर्क है। तो वहीं डाक्टरों की लगातार सवेंदनहीनता के मामले में प्रकाश में आ रह रहे हैं। इसकी बानगी सोमवार को देखने को मिली है जब इलाज के लिए मरीज लगातार राजधानी के अस्पतालों में चक्कर काट रहा है, तो जिम्मेदार डाक्टर उसे टरकाते हुए नजर आ रहे है। मूलरुप से सीतापुर का रहने वाला सलीम को पिछले एक सप्ताह से तेज बुखार आ रहा है। साथ ही सिर दर्द उल्टियां भी आ रही हैं। परिजनों ने नजदीक के डाक्टरों को दिखाया तो उन्होंने इलाज के लिए सलीम को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रेफर कर दिया।
आरोप है कि परिजन जब उसे लेकर इमरजेंसी में बैठे डाक्टर को दिखाया तो चिकित्सकां ने बिना देखे ही बाहर का रास्ता दिखा दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि इससे पहले वे लोग सिविल अस्पताल गए थे, तो वह मौजूद डाक्टरों ने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए राम मनोहर लोहिया भेजा दिया है। तो वहीं यहां के डाक्टर भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे कदम करते हुए बेटे सलीम को इलाज के लिए केजीएमयू मेडिकल कालेज भेज रहे हैं। जबकि इलाज न मिलने पर सलीम की हालत दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। इस संबंध में जब अस्पताल के निदेशक से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मरीज का इलाज करना हम डाक्टरों का काम और कर्तव्य है, मामले को संज्ञान में लिया जायेगा और भर्ती न करने वाले ईएमओ डाक्टरों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी।