नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक स्कूल में राष्ट्रगान गाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। कथित तौर पर स्कूल के मैनेजर ने कहा कि वह स्कूल में राष्ट्रगान गाने नहीं देंगे क्योंकि राष्ट्रगान में ‘भारत भाग्य विधाता’ के ‘भारत’ शब्द से हमें आपत्ति है। मैनेजर का कहना है कि भारत, हमारे भाग्य का विधाता कैसे हो सकता है, भाग्य का विधाता तो सिर्फ ईश्वर है इस वजह से हम गाने नहीं देंगे। जो हमारे धर्म इस्लाम के भी खिलाफ है। वहीं इस स्कूल की प्रिंसिपल समेत 8 शिक्षकों ने स्कूल में राष्ट्रगान गाने की पाबंदी लगा देने पर इस्तीफा दे दिया है।
स्कूल के मैनेजर का कहना है कि राष्ट्रगान में ‘भारत भाग्य विधाता’ के ‘भारत’ शब्द से उन्हें आपत्ति है जब तक राष्ट्रगान में इस पंक्ति में भारत नहीं हटाया जाता वह स्कूल में राष्ट्रगान गाने नहीं देंगे। राष्ट्रगान की एक लाइन पर उन्हें गहरा ऐतराज है जिसकी वजह से वह स्कूल में राष्ट्रगान को नहीं गाने दे सकते। मैनेजर के अनुसार राष्ट्रगान में भारत भाग्य विधाता का गान करना इस्लाम के खिलाफ है क्योंकि अल्लाह के सिवाय और कोई उनका भाग्य विधाता नहीं हो सकता है।
देश में यह अपने आप में एक अनोखा स्कूल है जहां स्कूल की स्थापना के बाद पिछले 12 साल से कभी राष्ट्रगान नहीं गाया गया। स्कूल की स्थापना के साथ ही इसमें यह तुगलकी फरमान आज भी जारी है कि यहां राष्ट्रगान नहीं गाया जाएगा। स्कूल की प्रिंसिपल और उसके साथ की 8 शिक्षिकाओं ने जब इसके खिलाफ आवाज उठाई तो प्रबंधन ने उन्हें स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मामला प्रशासन के पास पहुचने के बाद प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए है उसका कहना कि जांच के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।