इस एक्ट्रेस को बिना बताए फिल्मों से बाहर कर देते थे, कहते थे- ‘क्या ये हीरोइन लगती है?’
विद्या बालन की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘मिशन मंगल’ ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की है । ये एक मल्टीस्टारर फिल्म है । विद्या शादी के बाद से चुनिंदा फिल्में ही कर रही हैं । वो अपने परिवार को ज्यादा समय देती हैं । हाल ही में विद्या ने एक इंटरव्यू में अपने बॉलीवुड सफर को याद किया ।
विद्या ने साल 2005 में फिल्म परिणीता से सफलता का स्वाद चखा और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। विद्या का फिल्मी सफर आसान नहीं था। इस सफर में उन्हें कई रिजेक्शन मिले । विद्या ने बताया कि उन्हें कई मलयालम फिल्मों में से बिना कुछ बोले निकाल दिया जाता था ।
विद्या ने कहा, ‘टॉलीवुड में मुझे किसी ने स्वीकार नहीं किया । कई मलयालम फिल्मों से मुझे अचानक निकाल दिया जाता था। मैं एक तमिल फिल्म कर रही थी और मुझे उससे निकाल दिया गया। मुझे याद है कि मेरे परिजन मेरे साथ गए थे, क्योंकि वे मुझे लेकर परेशान हो गए थे। मेरे पिता और मैं फिल्म निर्माता से मिलने पहुंचे।’
विद्या बालन को अकेलेपन का फायदा उठाना चाहता था डायरेक्टर…उस वक्त को भूल नहीं पाईं वो
‘निर्माता ने हमें कुछ क्लिप्स दिखाए और कहा, इसे देखिए, क्या यह अभिनेत्री जैसी दिखती है?मैं पहले ही इसे नहीं लेना चाहता था, मगर डायरेक्टर के कहने की वजह से इसे ले लिया। उन्होंने पहले ही मुझे फिल्म से निकाल दिया था। मेरे पिता इस बात को जानना चाहते थे। उन्होंने निर्माता को फोन करके पूछा कि क्या वह मिल सकते हैं क्योंकि वह जानना चाहते थे कि क्या गलत हो रहा है।’
वे जानना चाहते थे कि आखिर क्या समस्या है?मुझे महसूस कराया गया कि मैं बदसूरत हूं। महीनों तक बेहद खराब महसूस कर रही थी। मुझे नहीं लगता कि उस समय मैंने खुद को कभी आईने में देखा होगा। मैंने लंबे समय तक उस आदमी को माफ नहीं किया, लेकिन आज इसके लिए धन्यवाद देती हूं। मुझे एहसास हुआ कि मुझे अपने आप को उसी तरह से प्यार करना है और स्वीकार करना है, जैसी मैं हूं।’