ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में वैकुंठ चौदस (चतुर्दशी) पर रोजाना होने वाली आरती के बाद अलग ही नजारा देखने को मिला। मंदिर के पुजारियों सुरिंद्र आचार्य और धर्मेंद्र शर्मा ने मंदिर के ऊपरी भाग से करीब बीस हजार अखरोटों की बारिश की।
मंदिर प्रांगण में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों ने इन अखरोटों को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। अखरोटों की बारिश के दौरान आधा दर्जन लोग मामूली रूप में चोटिल भी हुए।
इससे पूर्व मंदिर परिसर में स्थित मां पीतांबरी देवी की मूर्ति की पूजा-अर्चना की गई, जिसके साथ ही समारोह शुरू हो गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मनाए जाने वाले इस अनोखे त्योहार के संबंध में मान्यता है कि भगवान विष्णु ने देवताओं के आग्रह पर वेदमंत्रों को चुराने की कोशिश करने वाले राक्षस संखासुर का वध किया था।
इंदिरावती राज्य देवताओं को वापस मिला जिसकी खुशी में इस त्योहार का आयोजन किया गया था। तब से इस त्योहार को मनाया जा रहा है। बाद में उपस्थित लोगों में हलवा और चने का प्रसाद वितरित किया गया।
इस मौके पर पूर्व ट्रस्टी घनश्याम अवस्थी, मुल्ख राज मेहता, सुनील अवस्थी, सर्वजीत डोहरू, इंद्र नंदा, मंदिर ट्रस्टी अनिल शर्मा और अनिल अवस्थी आदि मौजूद रहे।