इस औषधी को खाने से लकवा और सूंघने से मिर्गी जैसी बड़ी बिमारी तुरंत हो जाती है ठीक
आज भी कई ऐसी बीमारियाँ हैं जिनका इलाज संभव नहीं हो पाया हैं| इन बीमारियों में लकवा और मिर्गी शामिल हैं जिनका इलाज नामुमकिन सा माना जाता हैं| यदि लकवा या मिर्गी किसी को हो जाए तो यह जल्दी उस व्यक्ति का पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती हैं| लेकिन हमारे भारत में बहुत सारी ऐसी औषधियाँ हैं जो नामुमकिन बीमारी के इलाज को भी ठीक करने की क्षमता रखती हैं|
आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन सी औषधि हैं जो लकवा और मिर्गी को ठीक करने करने क्षमता रखती हैं| जिस औषधि के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं उसको अरकरा और मुनक्का के बीज से आपको तैयार करना हैं| इस औषधी को तैयार करने के लिए 20 ग्राम पिसा अकरकरा पिसा और 25 ग्राम मुनक्का का बीज ले लीजिये| अब इसे थोड़ा सा पानी मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना कर छाया में सूखा कर रख लीजिये|
इस्तेमाल करने की विधि
(1) अरकरा और मुनक्के के बीज से बनाई हुयी एक-एक गोलियों का सेवन रोज सुबह और शाम गुनगुने पानी के साथ करे| ऐसा कुछ करने से आपका लकवा बहुत जल्द ही ठीक हो जाएगा|
(2) पिसी हुई अरकरा के पाउडर को नाक से सूंघने पर मिर्गी की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाती है। जो भी व्यक्ति मिर्गी से ग्रसित हैं उसे अरकरे के पावडर को नाक से सूंघना चाहिए| ऐसा करने पर उसकी बीमारी जड़ी ही ठीक हो जाएगी|