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इस कंटस्टेंट्स को बिग बॉस 13 का विनर देखना चाहते हैं सिद्धार्थ डे ?

बिग बॉस 13 में हर दिन नए मोड़ आ रहे हैं। जहां एक तरफ घर के कुछ पुराने सदस्य एक-एक करके बाहर हो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ शो में नए कंटस्टेंट्स की भी एंट्री होने की तैयारी है। बीच हफ्ते हुए पहले एविक्शन में बिग बॉस के घर से सिद्धार्थ डे बाहर हो गए हैं। घर से निकलने के बाद सिद्धार्थ ने अमर उजाला से खास बातचीत की और शो के अपने अनुभव को साझा किया।

बिग बॉस का सफर आपके लिए कैसा रहा?
बिग बॉस का मेरा सफर बहुत अच्छा रहा। इस दौरान मुझे पता चला कि जिदंगी में कुछ चीजें जो मुझे करनी चाहिए और कुछ चीजें जो मुझे नहीं करनी चाहिए। हम सिर्फ अपने कामों से ही नहीं सीखते हैं बल्कि कई बार दूसरों के काम से भी सीख जाते हैं कि क्या नहीं करना चाहिए। शो से मैं जब निकला तो मुझे खुशी थी कि मुझे आखिरकार आजादी मिल रही है। ऐसी जगहों पर रहने से काफी तकलीफ होती है। क्योंकि हम अपने घरवालों, दोस्तों और करीबियों की वजह से ही अपने अनुसार बर्ताव कर पाते हैं। लेकिन दुनिया में हर कोई ऐसा नहीं होता है।

पहले के सिद्धार्थ में और अब बिग बॉस के घर से निकलने वाले सिद्धार्थ में क्या अंतर है?
शो से निकलने के बाद मुझे एहसास हुआ कि हमारी जिंदगी में जो अच्छे लोग हैं हमें उन्हें सराखों पर रखना चाहिए। क्योंकि हम अपने लोगों से जिन बातों पर गुस्सा हो जाते हैं असल में वह मुद्दे ही नहीं होते हैं। बाहर की दुनिया में तो लोग बिना बात के ही आप पर चढ़ जाते हैं और बेमतलब उसका बखेड़ा बना देते हैं। जो असल बात है वह तो वह छुपा रहे हैं और जो मुद्दा नहीं है उसे वह राई का पहाड़ बना देते हैं। वह अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

घर के अंदर क्या सच में ग्रुप बने हुए हैं?
शुरुआत में तो किसी भी तरह का ग्रुप नहीं था लेकिन फिर बाद में घर के लोग दो हिस्सों में बंट गए। दरअसल जब तीन- चार लोग एक तरफ हो जाते हैं तो बाकी के लोगों को अपनेपन के लिए एक दूसरे में सहारा ढूंढना पड़ता है। फिर जब उन्हें लगता है कि हमारी एक जैसी सोच हैं तो वह एक साथ समय बिताने लग जाते हैं। हमारा छह लोगों का ग्रुप लगातार एक साथ बैठकर पॉलिटिक्स नहीं करता था और ना गलत बात पर एक दूसरे का साथ देता था।

किस वजह से आप शो से बाहर हुए हैं?
दो हप्ते पहले एक टॉस्क हुआ था जिसमें मेरे ऊपर दो घंटे तक ब्लीच डाल कर रखा गया था। इतनी देर ब्लीच का इस्तेमाल करने से मेरी स्किन जल गई थी और फिर उस हालत में मेरे ऊपर करीब एक किलो लाल मिर्च डाल दी गई। उस घटना ने मेरे उत्साह को एकदम से खत्म कर दिया। अब भी मेरे गर्दन पर उसका घहरा घाव है जो काफी दर्द देता है। हालांकि इसके बावजूद मैं वहां पर अपने सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा था लेकिन कुछ भी मन से नहीं कर पा रहा था। हालांकि कुछ लोग यह जरूर कहते हैं कि टीवी के सेलिब्रिटी अपने आपके अच्छे से पेश कर पाते हैं और वोट भी अधिक पाते हैं लेकिन मैं यह नहीं मानता हूं। अगर मेरे साथ वह हादसा नहीं हुआ होता तो मैं और भी आगे तक जा सकता था।

आपके अनुसार इस सीजन का विनर कौन हो सकता है?
मेरे अनुसार शेफाली, पारस, रश्मि और हां शहनाज भी विनर हो सकती है। अगर शहनाज अपने हिसाब से चले तो वह बहुत आगे तक जा सकती है साथ ही वह टीवी इंडस्ट्री में भी बुलंदियों पर पहुंच सकती है।

घर के अंदर आपकी कई बार सिद्धार्थ शुक्ला के साथ बहस हुई थी। क्या घर के बाहर भी यह रिश्ते ऐसे ही रहेंगे?
बिल्कुल भी नहीं। मेरे मन में उनको लेकर कोई बैर नही है। कभी हम आगे मिलते हैं और उन्हें भी एहसास हो जाता है कि वह तो सिर्फ शो था तो हमारे बीच दोस्ती हो सकती है। मेरे पास दुश्मनी के लिए समय नहीं है।

आपके अनुसार शो में ऐसा कौन सा कंटेस्टेंट है जो अभी तक पूरी तरह से सामने नहीं आया है?
मेरे अनुसार असीम अभी तक पूरी तरह से सामने नहीं आया है। लोग अभी तक उसे समझे नहीं है। वह हद से ज्यादा गुस्सैल है। मैंने अपनी जिंदगी मैं ऐसा आक्रामक इंसान नहीं देखा है। लोगों ने उसे वोट किया है इसका मतलब है कि वह अभी तक सामने नहीं आया है।

शो में आपकी शेफाली बग्गा के साथ नजदीकियां देखने को मिली है। इस रिश्ते को आप क्या नाम देना चाहेंगे?
हम दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं। मैं लेखक हूं वह पत्रकार हैं, दोनों ही समझदार है और हमें एक दूसरे का साथ अच्छा लगता था इसलिए हम साथ समय बिताते थे। ऐसा नहीं हो सकता है कि आप अचानक घर के अंदर पहली बार मिले और प्यार में पड़ गए हों। घर में हम एक दूसरे की इज्जत करते थे, एक दूसरे को समझते थे और परवाह करते थे।

अगर शो के अंदर फिर से आपको जाने का मौका मिले तो आप घर के अंदर जाकर क्या बदलाव करना चाहेंगे?
मैंने घर से बाहर निकलते समय एक बात कही थी कि ‘चाल में चलता नहीं, खेल में खेलता नहीं, जाल मैं बुनता नहीं और अपने और अपनों के अलावा में किसी की सुनता नहीं।’ इसमें मेरी जिंदगी का सार है। मैं आगे भी चाल नहीं चलने वाला हूं। मैंने यह शो पहले नहीं देखा था। मुझे लगता था कि शो में आकर हमें घुल मिल जाना चाहिए और वहीं चीज मैं दूसरों को समझाता था। तो अगर मैं फिर घर के अंदर जाऊंगा तो उन्हें समझाऊंगा कि किसी भी बात का ज्यादा मुद्दा बनाने से, लड़ाई करने से और हद से ज्यादा गुस्सा होने से कोई भी जीत नहीं सकता है।

टॉस्क के दौरान आपने दूसरे कंटेस्टेंट्स को कुछ अपशब्द बोल दिए थें, इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?

हां, मैंने एक टॉस्क के दौरान कुछ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था जिसका मुझे दुख है और उसके लिए प्रायश्चित भी करता हूं। हालांकि उसके अलावा मैंने किसी को एक भी गाली भी नहीं दी थी और हमेशा लड़कियों की मदद करता था।

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