इस गांव में बचा है सिर्फ यही एक आदमी, और ये खुद को समझता है प्रधानमंत्री
नई दिल्ली: दिमाग की शांति के लिए हम कई बार अकेला रहना पंसद करते हैं जहां हमेंं कोई भी परेशान ना करे लेकिन सिर्फ कुछ समय के लिए। अकेला रहना बेहद मुश्किल है, जहां पर आप किसी से बात ना कर सको, किसी को देख ना सको, सुन ना सको ऐसी जगह की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन चीन के गांसू राज्य के शुएनशांसे नाम के गांव में एक शख्स पिछले 10 सालों से अकेला ही जिंदगी गुजार रहा है।
लियू शेंगजिया नाम का यह शख्स इस पूरे गांव में अकेले रहता है। पहले इस गांव में 20 से ज्यादा परिवार रहते थे। लेकिन रोजगार और अच्छे जीवन की तलाश में धीरे-धीरे ग्रामीणों ने यहां से पलायन कर लिया। कुछ साल पहले तक लियू अपनी मां और भाई के साथ रहते थे। लेकिन दोनों की मौत के बाद अब वे बिल्कुल अकेले हो गए हैं।
यह सख्श चीन का कानून नहीं मानते और खुद को अपने गांव का प्रधानमंत्री कहते हैं। लोग कई बार लियू से कह चुके हैं कि उन्हें गांव छोड़ देना चाहिए। लेकिन वे ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। जिंदा रहने के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए लियू को रोजाना कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है।
लियू ने अपने जीवन-यापन के लिए कई भेड़ें पाल ली हैं। दिन में वो अपनी भेड़ों को चराते हैं और उनकी देखभाल करते हैं। लियू को कई बार अकेले रहने की वजह से उन्हें डर भी लगता है, लेकिन वो अपने गांव को छोड़कर नहीं जाना चाहते हैं।