इस टेक्नोलॉजी से अभेद्य होगा बॉर्डर, ‘बाहुबली’ बनेंगे हमारे जवान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन दिन का इजरायल दौरा सामरिक सहयोग के साथ-साथ आतंकवाद से लड़ाई और रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर अहम है. इजरायल भारत का अहम डिफेंस साझेदार है और इस दौरे से सहयोग को नया आयाम मिलेगा. पीएम मोदी के इस इजरायल दौरे में सुरक्षाबलों के लिए मॉर्डन हथियार और सामरिक क्षेत्र में बड़े डील होने की योजना है. इन डील्स पर है नजर-
1. बॉर्डर की सुरक्षा के लिए मॉर्डन फेंसिंग सिस्टम
मोदी के इस दौरे में इजरायल के साथ बॉर्डर की सुरक्षा के लिए मॉर्डन फेंसिंग सिस्टम पर डील होगी. पाकिस्तान की सीमा से लगातार आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए भारत इस तकनीक को खरीदने जा रहा है. ये बॉर्डर पर अभेद्द दीवार का काम करेगा. मॉर्डन फेंसिंग सिस्टम में लेजर वॉल, कैमरे की निगरानी में बॉर्डर के इलाकों को रखने समेत कई अहम बदलाव होंगे. पाकिस्तान से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को रोकने में इससे मदद मिलेगी.
2. स्पेशल फोर्सेज के लिए छोटे हथियार
मोदी के इस इजरायल दौरे में स्पेशल आर्म्ड फोर्सेज के लिए छोटे हथियारों पर भी डील हो सकता है. इसे आतंकियों, नक्सलियों के खिलाफ कमांडो ऑपरेशन और सुरक्षा गश्त में मदद मिलेगी. अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित हथियारों के निर्माण में इजरायल की विशेषज्ञता भारत के काम आएगी.
3. अत्याधुनिक मिसाइल तकनीक
मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में इजरायल-भारत के बीच सहयोग पर भी नजर है. हाल ही में भारत ने जमीन से हवा में मार करने वाली मीडियम रेंज मिसाइलों पर इजरायल के साथ 17,000 के डील को मंजूरी दी थी.
इसके साथ ही मानवरहित ड्रोन छोड़ने वाले वाहन के अपग्रेडेशन पर भी डील होगी. साथ ही एयरफोर्स के लिए एयरक्राफ्ट अर्ली वॉर्निंग सिस्टम को भी मंजूरी मिल सकती है.
5. सैन्यबलों के बीच साझा ट्रेनिंग
इजरायल के सैन्य बलों के साथ भारतीय सैन्यबलों के साझा अभ्यास पर भी नजर है. इस साल के आखिर में भारतीय वायुसेना की इजरायल की एयरफोर्स के साथ अभ्यास हो सकती है.