इस दिन से शुरू हो रहा है वैशाख का महीना
आम तौर पर वैशाख का महीना अप्रैल मई में शुरू होता है. विशाखा नक्षत्र से सम्बन्ध होने के कारण इसको वैशाख कहा जाता है. इस महीने में धन प्राप्ति और पुण्य प्राप्ति के तमाम अवसर आते हैं. मुख्य रूप से इस महीने में भगवान विष्णु , परशुराम और देवी की उपासना की जाती है. वर्ष में केवल एक बार श्री बांके बिहारी जी के चरण दर्शन भी इसी महीने में होते हैं. इस महीने में गंगा या सरोवर स्नान का विशेष महत्व है. आम तौर पर इसी समय से लोक जीवन में मंगल कार्य शुरू होते हैं. इस बार वैशाख का महीना 20 अप्रैल से 18 मई तक रहेगा.
वैशाख को फल प्राप्ति का महीना कहा जाता है. वैशाख के महीने में दान करने का अधिक महत्व होता है. कहा जाता है कि इस महीने दान करने से गरीबी दूर होती है. इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए. मान्यता है कि वैशाख के महीने में पूजा आराधना कर के जीवन की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है.
वैशाख महीने के मुख्य व्रत और त्यौहार कौन कौन से हैं?
– इस महीने में शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा उपासना की जाती है.
– इसी महीने में भगवान बुद्ध और परशुराम का जन्म भी हुआ था.
– इस महीने में भगवान ब्रह्मा ने तिलों का निर्माण किया था अतः तिलों का विशेष प्रयोग भी होता है.
– इसी महीने में धन और संपत्ति प्राप्ति का महापर्व अक्षय तृतीया भी आता है.
– इसी महीने में मोहिनी एकादशी आती है जो श्री हरी की विशेष कृपा दिल सकती है.
वैशाख महीने में खान पान का क्या ख्याल रखें?
– इस महीने में गरमी की मात्रा लगातार तीव्र होती जाती है.
– अतः तमाम तरह की संचारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
– इस महीने में जल का प्रयोग बढ़ा देना चाहिए और तेल वाली चीज़े कम से कम खानी चाहिए.
– जहां तक संभव हो सत्तू और रसदार फलों का प्रयोग करना चाहिए.
– और देर तक सोने से भी बचना चाहिए.