इस दिशा में होना चाहिए घर से पानी का निकास, बनी रहती हैं सेहत और मान–सम्मान
वास्तु का हमारे जीवन में बड़ा महत्व माना जाता हैं क्योंकि घर से जुड़ी हर चीज व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालती है। क्या आप जानते हैं कि पानी के घर से निकास के बारे में भी वास्तु में बताया गया हैं। जी हां, पानी का निकास आपकी सेहत और शांति का दुश्मन बन सकता हैं। ऐसे में जरूरत होती हैं कि इसके बारे में जाना जाए और उत्पन्न होने वाले वास्तुदोष को दूर किया जाए। तो आइये आज हम बताते है कि पानी के निकास की दिशा का हमारे जीवन पर किस तरह असर पड़ सकता है।
उत्तर दिशा में पानी का निकास है शुभ
गंदे पानी की निकासी के लिए उत्तर दिशा सही है। इससे परिवार के मान–सम्मान में बढ़ोतरी के साथ ही खुशहाली भी आती है। पानी का निकास अगर ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा से हो तो वो भी शुभ माना जाता है। इससे घर में वैभव बढ़ता है और परिवार के सदस्यों की सेहत भी हमेशा अच्छी रहती है।
पूर्व दक्षिण से ना हो पानी का निकास
घर का पानी का निकास पूर्व दक्षिण का कोने से नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इस दिशा से पानी निकलना अशुभ माना जाता है। वहीं पानी का निकास दक्षिण से भी नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इससे घर की स्त्रियों की सेहत खराब रहती है।
पश्चिम दिशा में न हो निकास
अगर आपके घर का पानी पश्चिम दिशा की ओर से बाहर निकलता है तो इससे परिवार की सुख-समृद्धि प्रभावित हो सकती है। वास्तु की मानें तो इस दिशा से पानी का निकास होने से घर के लोगों पर इसका अच्छा असर नहीं पड़ता है। वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि पश्चिम एवं उत्तर के मध्य से भी पानी का निकास नहीं होना चाहिए। इससे दुश्मनों की संख्या बढ़ती है। ऐसे में ध्यान रखें कि इस दिशा से पानी का निकास ना हो।