इस बच्ची की खोपडी बन गई उसकी जान की दुश्मन, हकीकत जानकर उड जायेंगे होश
परिवार में एक नई ज़िंदगी आने पर हम सब कितने खुश होते हैं. मुझे बताया जाता है कि एक रात हमारे खानदान में एक बहुत बड़ा झगड़ा हो रहा था. लग रहा था कि आज परिवार बंट जाएगा. लेकिन उसी रात मैं पैदा हुआ. बच्चा होने की खुशी ऐसी थी कि सुबह सब भूल गए कि रात क्या हुआ था. लेकिन कभी-कभी हम बच्चे के जन्म पर चाहकर भी खुश नहीं रह पाते, जैसे तब, जब बच्चे को कोई लाइलाज बीमारी हो. कंबोडिया में एक ऐसी बच्ची पैदा हुई है, जिसके सिर में एक बड़ा-सा खड्डा है. इस बच्ची के बचने की उम्मीद बहुत कम है.
और इसके मां-बाप के पास इतना पैसा नहीं है कि वो इसका इलाज करवा पाएं.
इस बच्ची का नाम है आह नेथ. मम्मी का नाम है स्रे और पापा का हियांग. कंबोडिया में इसी तरह के नाम होते हैं. डॉक्टरों को लगता है कि दो महीने की आह को एनेनसेफली नाम की बीमारी है. इस बीमारी में बच्चे का सिर (खोपड़ी) मां के गर्भ में पूरी तरह बन नहीं पाता. ऐसा तब होता है, जब वो ट्यूब पूरी तरह बंद नहीं हो पाती, जिससे रीढ़ की हड्डी और दिमाग बनते हैं. तकरीबन 5,000 बच्चों में से एक को ये बीमारी होती है. एनेनसेफली से पीड़ित ज़्यादातर बच्चे देख-सुन नहीं पाते. इस बीमारी का कोई इलाज नहीं होता और कई मामलों में बच्चे जन्म के बाद ही मर जाते हैं.
जन्म के समय आह को भी सांस लेने में तकलीफ होती थी, लेकिन कुछ दिन अस्पताल में बिताने के बाद वो उसकी हालत बेहतर हुई और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई. लेकिन इलाज की ज़रूरत उसे अब भी है और इसके लिए काफी पैसे चाहिए. आह के मम्मी-पापा ने अपना घर और ज़मीन दोनों बेच दिए हैं और वो लोगों से मदद भी मांग रहे हैं. वो अब भी इस उम्मीद में हैं कि कंबोडिया में न सही, तो विदेश में ही सही, कोई डॉक्टर होगा जो उनकी बेटी को ठीक कर दे.