राज्यराष्ट्रीय

इस बार बकरीद पर कुर्बानी नहीं देंगे बिसाहड़ा के मुस्लिम परिवार

bishada_13_09_2016नोएडा। ईद-उल-जुहा (बकरीद) पर बिसाहड़ा गांव के मुस्लिम परिवार इस बार कुर्बानी नहीं देंगे। मंगलवार को केवल नमाज पढ़कर बकरीद मनाई जाएगी। बिसाहड़ा कांड को लगभग एक साल हो चुके हैं। सालभर में गांव काफी उथल पुथल के दौर से गुजरा, लेकिन ग्रामीणों ने संयम से काम लिया। हिंदू-मुस्लिम परिवार प्रेमभाव से रह रहे हैं। गांव के मुस्लिम परिवार ने बताया कि कुर्बानी न देने का निर्णय उनका खुद का है। इसके लिए उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है। हिंदू समाज के लोग उनके साथ हैं। मुस्लिम परिवार के लोगों ने कहा कि किसी तरह का विवाद न हो, इसलिए वे कुर्बानी नहीं देंगे। गांव में शांति का माहौल है। पुलिस प्रशासन की तरफ से अभी तक गांव में किसी तरह का अतिरिक्त पुलिस बल तैनात नहीं किया गया है।
यह है मामला
बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर 2015 की रात गौहत्या की सूचना पर इकलाख की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। बेटे दानिश को भी अधमरा कर दिया गया था। घटना में 19 युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने जांच में एक आरोपी को क्लीन चिट दी थी और 18 आरोपियों को जेल भेजा था। दो नाबालिग आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। घटना के दौरान मौके से मिले मांस के नमूनों को जांच के लिए मथुरा की फॉरेंसिक लैब भेजा गया था, जहां की रिपोर्ट से पुष्टि हुई थी कि इकलाख के घर मिला मांस गौवंश था। लैब की रिपोर्ट आने के बाद बिसाहड़ा गांव के लोगों ने भी इकलाख पक्ष पर गौहत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में हाईकोर्ट ने इकलाख के भाई जान-मोहम्मद को राहत नहीं दी थी। जबकि परिवार के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। बिसाहड़ा कांड मामले में जिला न्यायालय के फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

Related Articles

Back to top button