इस मंदिर मर चप्पल चढ़ाने से पूरी हो जाती है मनचाही मुराद!

अगर आप कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में स्थित गोला लक्म्मा देवी मंदिर में जाएंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. बाजार में आपको चप्पलों की माला बिकती दिखाई देगी तो मंदिर के सामने स्थित नीम के पेड़ पर लोग चप्पलों की माला चढाते नजर आएंगे. हैरान होने की जरूरत नहीं हैं, यह ही यहां की परंपरा है. यहां चप्पलों की माला चढाकर ही माता का आशिर्वाद लिया जाता है. मान्यता है कि देवी चप्पलों की माला से प्रसन्न होकर हर मुराद पूरी करती है. इस मंदिर की एक खास बात यह भी है कि इसका पुजारी मुस्लमान होता है. यह मंदिर कलबुर्गी जिले के आलंदा तहसील में है.
ये है मान्यता
यहां के लोग बताते हैं कि एक बार देवी मां पहाड़ी पर टहल रही थीं. उसी वक्त दुत्तारा गांव के देवता की नजर देवी पर पड़ी और उन्होंने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. देवी ने उससे बचने के लिए अपने सिर को जमीन में धंसा लिया. तब से लेकर आज तक माता की मूर्ति उसी तरह इस मंदिर में है और यहां लोग आज भी देवी के पीठ की पूजा करते हैं.
पहले मंदिर में बैलों की बलि दी जाती थी लेकिन जानवरों की बलि देने पर रोक लगने के बाद बलि प्रथा बंद कर दी गई, जिसके बाद देवी क्रोधित हो गईं. फिर उन्हें किसी तरह शांत किया गया. इसके से ही बलि के बदले चप्पल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई.