इस महिला ने शौचालय बनवाने के लिए गिरवी रख दिए गहनें
महासमुंद के बसना ब्लॉक के ग्राम बड़ेढाभा की आबादी लगभग 2128 है. बड़ेढाभा के करीब 365 परिवारों के मकान ऐसे हैं, जहां शौचालय नहीं है और लोग शौचालय के लिए बाहर जाते हैं. उन्हीं में से एक घर जामबाई का था.
50 वर्षीय जामबाई मजदूरी करके अपने तीनों बेटो का भरण-पोषण करती हैं. जामबाई के पास महज 65 डिसमिल जमीन है. जामबाई शौच के लिए घर से बाहर जाया करती थीं. हाल ही में जामबाई को जानकारी मिली की शासन शौचालय बनवाने पर 12 हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान करती है. उसके बाद जामबाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन में सहभागिता देते हुए अपने गहने 20 हजार रूपए में गिरवी रखकर अपने घर में शौचालय का निर्माण कराया और संकल्प ले लिया कि वह अब कभी भी बाहर शौच के लिए नहीं जाएंगी.
एक ग्रामीण महिला की जागरूकता को लेकर प्रशासन भी तारिफ करने से पीछे नहीं हटा. पूरे मामले में जिला पंचायत के सीईओ पुष्पेंद्र मीणा ने जामबाई की सराहना करते हुए उन्हें रोल मॉडल के रूप में सामने लाकर जिले में जागरूकता लाने की बात कही.
गौरतलब है कि महासमुंद जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आज तक 18 ग्राम पंचायतों के 64 गांव को सौ फीसदी शौचालय युक्त गांव घोषित किया जा चुका है. जिले में अब तक 16 हजार 211 परिवारों ने अपने घरों मे शौचालय का निर्माण करा लिया है.