इस मुस्लिम नेता ने भारतीय इमामों को लेकर की ऐसी टिप्पणी, बोला- अगर दिमाग होता तो…
खुद को शांति का प्रचारक बताने वाले चर्चित मुस्लिम नेता इमाम मोहम्मद ताहिदी ने भारतीय कट्टर इमामों पर फिर से टिप्पणी की है. इराक से ताल्लुक रखने वाले और इरान में जन्मे ताहिदी फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं और खुद को रिफॉर्मिस्ट (बदलाव लाने वाला) इमाम बताते हैं. वे लगातार कट्टर इस्लाम के खिलाफ बोलते रहे हैं. ताहिदी दिल्ली में एक कल्चरल इवेंट में इसी हफ्ते हिस्सा लेने वाले हैं.
मोहम्मद ताहिदी ने ट्विटर पर दिल्ली के कार्यक्रम की जानकारी दी है जिसमें उन्हें बुलाया गया है. इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर दी आर्ट्स में 8,9,10 फरवरी को होने वाले अर्थ कल्चरल फेस्ट का पोस्टर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- ‘अगर भारत के कट्टर इमाम के पास दिमाग होता तो वे अब तक छुट्टी पर चले गए होते.’
इस्लाम के खिलाफ कड़े बयानों को लेकर उनके खिलाफ फतवा भी जारी किया जा चुका है. मुस्लिमों का एक तबका उन्हें फेक इमाम भी बताता है. डेली मेल के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के नेशनल इमाम काउंसिल भी बयान देकर उन्हें फर्जी शेख बता चुका है.
वहीं, भारत का दौरा करने के सवाल पर उनका कहना है कि वे कल्चरल फेस्टिवल में शिरकत करने को एक मौके के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वे अलग-अलग धर्मों के बीच डायलॉग और शांति स्थापित करना चाहते हैं.
वहीं, टीओआई से इंटरव्यू में उन्होंने भारतीय मुस्लिमों के बारे में अपनी राय रखी. मोहम्मद ताहिदी ने कहा- भारत के मुसलमान बहुत अच्छे हैं. लेकिन मेरी दिक्कत इस्लाम के पाकिस्तानी वर्जन से है. जो मिलिटेंट से काफी प्रभावित है.
सोशल मीडिया पर ताहिदी पर आरोप लगाया जाता है कि वे हिन्दुत्व के एजेंडे पर भारत में काम कर रहे हैं. इस आरोप को उन्होंने खारिज करते हुए कहा कि तमाम देशों में उन पर अलग-अलग संगठनों और संस्थाओं के लिए काम करने का आरोप लगता रहा है.