स्पोर्ट्स
इस मैच ने बदली थी धोनी की किस्मत, देश में लगे थे जिंदाबाद के नारे
टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ चुके सुपर स्टार कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की किस्मत पाकिस्तान के खिलाफ एक मैच से चमकी थी। धोनकी की कप्तानी में 24 सितंबर 2007 को टी-20 वर्ल्डकप फाइनल में भारत ने अपने सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान को 5 रनों से हराया था। ये भारत की पहली टी-20 वर्ल्डकप जीत थी। जीत के बाद सारा देश जश्न में डूब गया था और टीम इंडिया के साथ-साथ माही के लिए भी जिंदाबाद के नारे लगे थे।जानें ऐसा रोमांचक था वो मैच, कि बदली धोनी की किस्मत…
फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे।
इसमें सबसे ज्यादा रन गौतम गंभीर (75) ने बनाए थे, उन्होंने 54 बॉल पर 8 चौके और 2 छक्के जड़े।
पाकिस्तान की ओर से उमर गुल ने 3 और मोहम्मद आसिफ व सोहेल तनीवर ने 1-1 विकेट लिया।
पाकिस्तान को जीतने के लिए 7.79 के रन रेट से 158 रन बनाने थे।
पर कप्तान धोनी ने माइंड गेम खेलकर बॉलर्स का ऐसा यूज किया कि पाकिस्तान 152 रन पर धराशायी हो गया ।
भारत की ओर से आरपी सिंह और इरफान पठान ने 3-3, जोगिंदर शर्मा ने 2 और श्रीसंत ने 1 विकेट झटका।
इस मैच में साबित हो गया कि धोनी टेस्ट, वनडे और टी-20 में भी टीम को सक्सेस दिलाने का दम रखते हैं।
इस मैच का जिक्र उनकी बायोपिक “एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी” में भी है
इसमें सबसे ज्यादा रन गौतम गंभीर (75) ने बनाए थे, उन्होंने 54 बॉल पर 8 चौके और 2 छक्के जड़े।
पाकिस्तान की ओर से उमर गुल ने 3 और मोहम्मद आसिफ व सोहेल तनीवर ने 1-1 विकेट लिया।
पाकिस्तान को जीतने के लिए 7.79 के रन रेट से 158 रन बनाने थे।
पर कप्तान धोनी ने माइंड गेम खेलकर बॉलर्स का ऐसा यूज किया कि पाकिस्तान 152 रन पर धराशायी हो गया ।
भारत की ओर से आरपी सिंह और इरफान पठान ने 3-3, जोगिंदर शर्मा ने 2 और श्रीसंत ने 1 विकेट झटका।
इस मैच में साबित हो गया कि धोनी टेस्ट, वनडे और टी-20 में भी टीम को सक्सेस दिलाने का दम रखते हैं।
इस मैच का जिक्र उनकी बायोपिक “एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी” में भी है