ज्ञान भंडार

इस 1 मंत्र से शरद पूर्णिमा पर कुबेर होते हैं प्रसन्न…

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 कुबेर धन के राजा हैं। पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा का एकमात्र उन्हें ही स्वामी बनाया गया है।

 कुबेर भगवान शिव के परमप्रिय सेवक भी हैं। धन के अधिपति होने के कारण इन्हें शरद पूर्णिमा की रात मंत्र साधना द्वारा प्रसन्न करने का विधान बताया गया है।  
ये है मंत्र…
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।।   
जरूर करें ये 4 उपाय-
1.इस दिन माता महालक्ष्मी एवं कुबेर आदि का पूजन किया जाना शुभफल दायक होता है। पं. दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार इस दिन गाय के दूध की खीर बनाकर माता लक्ष्मी एवं कुबेर को अर्पित कर चांदनी रात में घर के बाहर या छत पर सिद्ध करने के लिए रखी जाती है। इसके बाद सुबह पूरे परिवार में इसे प्रसाद के तौर पर बांटा जाता है। 
2. इस दिन लक्ष्मीजी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस दिन मां लक्ष्मी को चांदी का चौकोर टुकड़ा चढ़ाकर फिर उसे अपने पास सालभर रखने से धन की वृद्धि होती है। इस दिन भगवान शिव को गाय के दूध से बनी खीर अर्पित करें।
3.शरद पूर्णिमा से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणें विशेष अमृतमयी गुणों से युक्त रहती हैं, जो कई बीमारियों का नाश कर देती हैं। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा की रात को लोग अपने घरों की छतों पर खीर रखते हैं, जिससे चंद्रमा की किरणें उस खीर के संपर्क में आती है, इसके बाद उसे खाया जाता है। कुछ स्थानों पर सार्वजनिक रूप से खीर का प्रसाद भी बांटा जाता है। 
 4.शरद पूर्णिमा से जुड़ी एक मान्यता यह भी है कि इस दिन माता लक्ष्मी रात्रि में यह देखने के लिए घूमती हैं कि कौन जाग रहा है और जो जाग रहा है महालक्ष्मी उसका कल्याण करती हैं और जो सो रहा होता है वहां महालक्ष्मी नहीं ठहरतीं।
 

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