कोलकाता (एजेंसी)। यह कहने वाली बात नहीं कि सचिन के प्रशंसक उनकी बल्लेबाजी के कायल रहे हैं। ऐसे में जबकि सचिन ईडन गार्डन्स स्टेडियम में अपने करियर का 199वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। गुरुवार को उनके बल्लेबाजी के लिए उतरने का अवसर है और इस मौके पर टिकट हासिल कर चुका सचिन का हर एक प्रशंसक स्टेडियम में मौजूद रहना चाहेगा। वेस्टइंडीज के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन बुधवार को 45 हजार दर्शक भारतीय टीम की हौसलाअफजाई के लिए ईडन पहुंचे थे लेकिन ऐसे में जबकि भारतीय टीम बल्लेबाजी कर रही है और सचिन के पिच पर उतरने की उम्मीद है गुरुवार को स्टेडियम के पैक रहने की उम्मीद की जा रही है।
बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को ईडन खचाखच भरा होगा। एक अधिकारी ने कहा ‘हम कल अधिकतम संख्या की उम्मीद कर रहे हैं। हमारे लिए यह महान अवसर है। हमने सचिन को सम्मानित करने के लिए पूरी तैयारी की है और अब दर्शकों की बारी है। खिलाड़ी के लिए असल सम्मान तालियां होती हैं और सचिन भी गुरुवार को तालियों की उम्मीद करेंगे।’ सचिन की विदाई श्रृंखला होने के कारण इस मैच को लेकर हर ओर जबरदस्त उत्साह है। सुबह सात बजे स्टेडियम बिल्कुल खाली था। आठ बजे तक 25 हजार दर्शक स्टेडियम में पहुंच चुके थे और भोजनकाल तक इनकी संख्या 45 हजार तक पहुंच गई।
ईडन की क्षमता करीब 65 हजार की है। भारत ने अगर टॉस जीतकर बल्लेबाजी ली होती तो पहले दिन दर्शकों की संख्या चरम को छू सकती थी लेकिन जैसे ही वेस्टइंडीज ने बल्लेबाजी का फैसला किया दर्शकों ने थोड़ रुककर स्टेडियम जाने का फैसला किया। भारत ने भोजनकाल तक दो विकेट झटके थे और फिर चायकाल तक सात विकेट झटक लिए थे। भोजनकाल और चायकाल के बाद बहुतेरे दर्शक स्टेडियम छोड़कर चले गए लेकिन बहुतों ने स्टेडियम का रुख इस उम्मीद के साथ किया कि वेस्टइंडीज को आउट करने के बाद भारतीय टीम बल्लेबाजी कर सकती है।
ईडन में सचिन को लेकर जबरदस्त जोश है। उनके मैदान में आने के साथ ही दर्शको ने नारों के साथ उनका अभिनंदन किया और फिर जब सचिन डीप में फील्डिंग के लिए लगाए गए तो दर्शकों ने ‘सचिन-सचिन’ नारे लगाए।
दर्शक सचिन को करीब से देखने का कोई मौका गंवाना नहीं चाहते हैं। वे जानते हैं कि यह महान खिलाड़ी अब इस मैदान पर कभी नहीं खेल सकेगा। सचिन अंतिम बार कोलकाता में खेल रहे हैं। सीएबी कोषाध्यभ विश्वरूप डे ने कहा, ‘ईडन के इतिहास में एक दिन वह भी था जब भारत और श्रीलंका की क्रिकेट टीमों के बीच 1987 विश्व कप का सेमीफाइनल मैच खेला गया था। उस दिन ईडन में एक लाख दर्शक मौजूद थे। वह वाकई बड़ा दिन था। अब हमारे लिए गुरुवार को बड़ा दिन हो सकता है। यही नहीं हम उस दिन भी लगभग 7० हजार दर्शकों के स्टेडियम में आने की उम्मीद कर रहे हैं जिन दिन मैच खत्म होगा लेकिन फिलहाल यह कहना मुश्किल है। हम उस पल का इंतजार कर रहे हैं।’ सचिन के सबसे बड़े प्रशंसक सुधीर ने तो इच्छा जाहिर की है कि सचिन इस मैच में तिहरा शतक जड़े और वह इसके लिए प्रार्थना भी कर रहे हैं। तिरंगा लिए सचिन की हौसलाअफजाई के लिए ईडन पहुंचे सुधीर का शरीर तिरंगे के रंग से रंगा है और उनकी छाती पर ‘वी मिस यू तेंदुलकर’ लिखा है।
सुधीर ने कहा ‘‘मेरे जीवन का सबसे बड़ा पल विश्व कप-2०11 के दौरान आया था। भारत ने जब खिताब जीता था तब सचिन सर ने मुझे ड्रेसिंग रूम में बुलाया था। सचिन सर ने मुझे जश्न में शामिल होने का मौका दिया था। यही नहीं उन्होंने मुझे ट्रॉफी उठाने का भी मौका दिया था।’’
2० से अधिक टेस्ट और 15० से अधिक एकदिवसीय मैच देख चुके सुधीर भारतीय टीम के हर मैच में मौजूद रहते हैं। उन्हें मैच टिकट खिलाड़ियों और टीम स्टाफ द्वार मुहैया कराया जाता है। सुधीर ने कहा ‘‘मुझे यकीन ही नहीं हो रहा है कि सचिन सर अब नहीं खेलेंगे। मेरी प्रार्थना है कि वह अपने अंतिम दो टेस्ट मैचों में तिहरा शतक लगाएं।’’ बीते कुछ दिनों से ईडन सचिन के प्रशंसकों के लिए एक तीर्थस्थल में तब्दील हो चुका है। देश के हर कोने से प्रशंसक यहां सचिन का खेल देखने पहुंचे हैं। सुबह से ईडन के बाहर दर्शकों रेला लगा रहता है। सचिन का खेल देखने के लिए पांच दिनों की छुप्ती लेकर पहुंचे बैंककर्मी गौरव ‘तेंदुलकर’ चक्रवर्ती ने कहा ‘‘यह तीर्थस्थल के समान है। ऐतिहासिक टेस्ट मैच का पहला दिन हमेशा याद रहेगा। मास्टर को अंतिम बार खेलते देखना काफी भावनात्मक रहेगा।’’ उल्लेखनीय है कि सचिन ईडन में अपने करियर का 199वां टेस्ट खेल रहे हैं। ईडन में यह उनका अंतिम टेस्ट है। सचिन इसके बाद मुम्बई में अपने करियर का 2००वां टेस्ट खेलेंगे और फिर हमेशा के लिए क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।