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ईरानी सुरक्षा बलों ने की 24 बच्‍चों की हत्‍या, एमनेस्‍टी इंटरनेशनल ने लगाया आरोप

पेरिस: मानवाधिकार समूह एमनेस्‍टी इंटरनेशनल ने बुधवार को ईरानी सुरक्षा बल को 23 बच्‍चों की हत्‍या का दोषी बताया। यह कार्रवाई नवंबर में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुआ था। 15 नवंबर से पूरे ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। पेट्रोल की कीमतों में इजाफे के ऐलान के बाद यह विरोध शुरू हुआ था।

एमनेस्‍टी ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि उसके पास 23 बच्‍चों के मारे जाने का सबूत है जिसमें से 22 सुरक्षाबलों द्वारा मारे गए। रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षाबलों ने निहत्‍थे प्रदर्शनकारियों के साथ वहां मौजूद अन्‍य लोगों पर भी फायरिंग की थी। मारे गए बच्‍चों में 22 लड़के थे जिनकी उम्र 12 से 17 वर्ष के बीच की थी और 8 से 12 साल की एक बच्‍ची है। मिड्ल इस्‍ट व उत्‍तर अफ्रीका के एमनेस्‍टी रिसर्च व एडवोकेसी डायरेक्‍टर फिलिप लूथर ने कहा, ‘इन मौत की घटनाओं की निष्‍पक्ष जांच होनी चाहिए। इस हमले के लिए जिन लोगों ने आदेश दिए और जिसने इसे अंजाम दिया उनकी उचित सुनवाई की जानी चाहिए।’

23 में से 12 मौत देश भर के 6 प्रांतों के 13 शहरों में 16 नवंबर को हुआ। इसके बाद 17 नवंबर को 8 मौत और 18 नवंबर को तीन मौत हुई। एमनेस्‍टी इंटरनेशनल ने कहा कि इसने ईरान के गृहमंत्री एब्‍दोलरेजा रहमानी फाजली को मारे गए 23 बच्‍चों के नाम व घटना के बारे में सूचित किया लेकिन इस बारे में किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह रिपोर्ट वीडियोज व तस्‍वीरों के साथ डेथ व दफनाने के सर्टिफिकेट से मिले सबूतों पर आधारित है। इसके अलावा रिपोर्ट में पीड़ित के परिजनों और प्रत्‍यक्षदर्शियों से बात भी की गई।

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