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ईरान पर बैन हटने से भारत में सस्ता होगा डीजल-पेट्रोल!
ईरान के तेल निर्यात पर शनिवार को पश्चिमी देशों के प्रतिबंध हटा लेने के बाद सोमवार को बाजार खुलते ही कच्चे तेल की बेंचमार्क किस्म ब्रेंट क्रूड वर्ष 2003 के बाद पहली बार 28 डॉलर प्रति बैरल से नीचे उतर गया।
सिंगापुर में कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 27.67 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक उतर गया जो 2003 के बाद का निचला स्तर है। हालांकि, बाद में कुछ वापसी करते हुए यह पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 2.7 प्रतिशत टूटकर 28.17 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
अमेरिकी क्रूड भी 2003 के बाद के निचले स्तर 28.36 डॉलर प्रति बैरल तक फिसलने के बाद पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 64 सेंट नीचे 28.78 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
बाजार विश्लेषकों ने बताया कि ईरान पर प्रतिबंध हटने के बाद पहले से अतिआपूर्ति की मार झेल रहे कच्चा तेल पर दबाव और बढ़ेगा। ईरान ने घोषणा की है कि वह तत्काल अपना निर्यात पांच लाख बैरल प्रति दिन बढ़ाएगा।
इसके साथ ही भारतीय बाजार के जानकारों का कहना है कि इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने से भारत में भी डीजल और पेट्रोल की कीमतों पर असर पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि प्रतिबंध के कारण 2011 में उसका निर्यात 30 लाख बैरल प्रतिदिन से घटकर 10 लाख बैरल प्रतिदिन पर आ गया। बाजार में पहले से मांग की तुलना में आपूर्ति 20 से 25 लाख बैरल प्रतिदिन ज्यादा है। ईरान से आपूर्ति बढऩे से कच्चा तेल पर और दबाव बढ़ेगा।