उंगलियों की बनावट से पता चलता है सुख, पैसा और किस्मत का साथ
– अंगुठे को छोड़कर 4 उंगुलियां होती हैं। पहली अंगुली को तर्जनी, दूसरी उंगुली को मध्यमा, तीसरी उंगुली अनामिका और चौथी उंगुली को कनिष्ठा कहते हैं। जिस भी व्यक्ति की उंगुलियां अधिक लंबी होती है वह व्यक्ति दूसरे काम में बार-बार हस्तक्षेप करता है।
– जिस किसी की उंगुलियां पतली होती है वह चालक व्यक्ति होता है। ऐसा व्यक्ति में अपने काम को बहुत ही चालाकी से पूरा करने की क्षमता उसके अंदर होती है।
– जिस व्यक्ति की उंगुलियां बहुत छोटी होती है वह व्यक्ति समझदार होता है। ऐसे व्यक्ति में अपने हर काम को धैर्य से करने की आदत होती है।
– जिस किसी की पहली उंगुली जिसे तर्जनी कहते हैं वह अगर बहुत बड़ी होती है वह व्यक्ति मनमौजी और तानाशाही स्वभाव का होता है।
– अगर अंगुलियों को मिलने पर उनके बीच जगह बने तो व्यक्ति बहुत खर्चीले स्वाभाव का होता है। उसके हाथ में ज्यादा समय तक पैसा नहीं टिकता।
– जिस व्यक्ति की कनिष्ठा अँगुली जिसे छोटी उंगुली भी कहते हैं छोटी और टेड़ी – मेड़ी हो तो वह व्यक्ति अधीर और बेईमान प्रवृति का होता है।