उतार-चढ़ाव के बाद सपाट बंद हुआ शेयर बाजार
मुंबई। शेयर बाजार बुधवार को करीब-करीब सपाट बंद हुआ। वैसे ट्रेडिंग की शुरुआत अच्छी-खासी बढ़त के साथ हुई थी, लेकिन ऊपरी स्तर से सेंसेक्स 225 अंक और निफ्टी 70 अंक गिर गए। सरकारी बैंक, एफएमसीजी, कैपिटल गुड्स, फार्मा और पावर सेक्टर के शेयरों में बिकवाली हावी रही।
सेंसेक्स 15.78 अंकों की गिरावट के साथ 28,507.42 पर बंद हुआ और निफ्टी 1.25 अंक चढ़कर 8,777.15 के स्तर पर रहा। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.1 फीसदी गिरा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 फीसदी की तेजी रही। बैंक निफ्टी 0.1 फीसदी गिरकर बंद हुआ और सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1.2 फीसदी गिरावट आई। एफएमसीजी इंडेक्स 0.6 फीसदी और फार्मा इंडेक्स 0.1 फीसदी गिरे। दूसरी तरफ मेटल, आईटी और ऑटो शेयरों में तेजी रही।
पावर ग्रिड, बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई, आईटीसी, अंबुजा सीमेंट, बीएचईएल, आईसीआईसीआई बैंक और ओएनजीसी में 1.6-0.7 फीसदी गिरावट आई। लेकिन भारती इंफ्रा, आयशर मोटर्स, हिंडाल्को, टाटा स्टील, एचयूएल, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और विप्रो की ट्रेडिंग 4.7-0.6 फीसदी बढ़त पर बंद हुई।
आगे तेजी के आसार
बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में कोई बदलाव न करते हुए डिपॉजिट दर (-)0.1 फीसदी पर स्थिर रखी। बाजार को इसका अंदाजा पहले से था। अब आगे की चाल रिजर्व बैंक और फेडरल रिजर्व के रुख पर निर्भर करेगी। एंबिट कैपिटल के सौरभ मुखर्जी के मुताबिक लंबी अवधि के नजरिए से देखें तो तेजी की संभावना बनी हुई है। मार्च 2017 तक सेंसेक्स 29,500 का स्तर पार कर जाएगा।
मुखर्जी के मुताबिक रिजर्व बैंक के गवर्नर का फोकस महंगाई पर ही रहेगा। हालांकि अगले 6 महीनों के दौरान नीतिगत दरों में 1 कटौती की उम्मीद है। काले धन पर सरकार की सख्ती की वजह से सोना और गहनों पर असर होगा और लोग अपना पैसा दूसरी जगह लगाएंगे। इस वजह से कंज्यूमर सेगमेंट को फायदा होगा।