मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह साल तक के बच्चों को अतिरिक्त पोषाहार के रूप में हफ्ते में दो दिन उबला अंडा और दो दिन केला दिया जाएगा। बाल पालाश योजना के तहत पोषाहार बच्चों को मिलेगा। केंद्रों को अंडे और केले के लिए मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना के मद से अलग से बजट दिया जाएगा। इस संबंध में निदेशक ने सभी जिलों को योजना के संचालन के लिए पत्र भेजा है। हालांकि यूएसनगर के केंद्रों में दो महीनों से हफ्ते में दो दिन उबला अंडा और केला दिया जा रहा है।
दरअसल,आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष के बच्चों को कुक्ड फूड दिया जाता है। इसमें नाश्ते के साथ ही दोपहर का भोजन दिया जाता है। मुख्यमंत्री बाल पोषण अभियान के तहत अब प्रदेश के 14947 आंगनबाड़ी केंद्र और 5120 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को उबला अंडा और केला दिया जाएगा।
सचिव उत्तराखंड शासन सौजन्या ने इस संबंध में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की निदेशक को पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि हर सप्ताह बुधवार और शनिवार को बच्चों को उबला अंडा और सोमवार, मंगलवार को केला उपलब्ध कराया जाए। अंडा न खाने वाले बच्चों को उसकी जगह केला दिया जाएगा। यह निर्देश दिए कि यदि क्षेत्र में केला उपलब्ध नहीं है तो केले की जगह स्थानीय मौसमी फल खिलाया जाए। मौसमी फल की दर पांच रुपये से अधिक न हो।
आंगनबाड़ी केंद्रों की माता समितियां महिला स्वयं सहायता समूहों या अन्य उपलब्ध स्त्रोत से अंडा और केला खरीदेंगी। अंडे को उबालने और खिलाते समय स्वच्छता का विशेष ख्याल रखा जाए। हर जिले में विभाग कमेटी का गठन करे और कमेटी सदस्य केंद्रों में जाकर अंडा और केला की पौष्टिकता का सुपरविजन करेंगे।
निदेशक झरना कमठान ने इस संबंध में सभी डीएम और डीपीओ को पत्र जारी किया है। डीपीओ उदय प्रकाश ने बताया कि सभी केंद्रों को योजना का तत्काल क्रियान्वयन के लिए निर्देशित कर दिया है। योजना में दी जाने वाली धनराशि माता समिति के खाते में अंतरित की जाएगी।
तो जिले में बच्चों को चार दिन मिलेगा अंडा
यूएसनगर के आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित कुक्ड फूड में अंडा या केला अक्तूबर में शामिल किया जा चुका है। अब पालाश योजना में भी बच्चों को अंडा और केला देने का प्रावधान किया गया है। डीपीओ उदय प्रकाश ने बताया कि पालाश योजना में बच्चों को अंडा दिया जाना है। कुक्ड फूड के मीनू में पहले से अंडा या केला दिया जा रहा है, वो जारी रहेगा। चार दिन अब बच्चों को अंडा मिलेगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों को दिए जाएंगे चूल्हे और सिलिंडर
आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों के लिए भोजन बनाने के लिए विभाग चूल्हे और सिलिंडर देने जा रहा है। इसके लिए जल्द ही विभाग जिलों को बजट जारी करेगा। इसके अलावा हफ्ते में चार दिन नाश्ते में बच्चों को दूध देने पर भी विचार चल रहा है।