यह घुसपैठिये कोई और नहीं बल्कि चीतल, जंगली सुअर से लेकर खरगोश तक हैं। जिन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी को हैरान कर रखा है। इनसे छुटकारा पाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने वन महकमे से मदद मांगी है। वन महकमे की टीम एयरपोर्ट इलाके में इन वन्यजीवों को भगा रही है।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग ने करीब ढाई साल पहले एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए 16 हेक्टेयर आरक्षित वन भूमि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपी। एयरपोर्ट के आसपास का काफी इलाका जंगल से जुड़ा है। जहां वन्यजीवों की भी आवाजाही है।
इसके बाद वन विभाग की टीम को कई दिनों से इलाके में भेजा गया है। यह हांका लगाने के साथ वन्यजीवों को इलाके से दूर रखने के अन्य तरीके आजमा रहे हैं। पंतनगर एयरपोर्ट के निदेशक एन सुब्रह्मण्यम का कहना कि हवाई जहाज की उड़ान की दृष्टि से वन्यजीवों का मूवमेंट ठीक नहीं था।
सुरक्षा के मद्देनजर वन महकमे से मदद मांगी गई थी। एक सप्ताह में विशेष अभियान चलाकर वन्यजीवों को हटा दिया गया है। निदेशक का दावा है कि अब पूरा इलाका साफ हो गया है।