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उत्तराखंड: जंगलों में आग पर गृह मंत्री ने की समीक्षा बैठक, 16 राज्यों को किया गया प्री-अलर्ट

एजेंसी/ chopper_146207067991_650x425_050116081905उत्तराखंड के जंगलों के 1900 हैक्टेयर में फैली भीषण और बेकाबू होती आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पानी बरसाया जा रहा है. सरकार ने शनिवार को ये फैसला लिया था, जिसके बाद रविवार सुबह वायुसेना का एमआई-17 चॉपर मौके पर पहुंच चुका है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस बीच हालात की समीक्षा की है.

आग के बेकाबू हालात पर गृह मंत्री ने उत्तराखंड के गृह सचिव के साथ बैठक की है. इसमें उन्होंने आग बुझाने को लेकर कुछ जरूरी निर्देश भी दिए हैं. सिंह के इसके साथ ही मंत्रालय के अधि‍कारियों ने आग बुझाने को लेकर चल रहे अभि‍यान पर हर पल नजर बनाए रखने को कहा है.

16 राज्यों में अलर्ट जारी
पर्यावरण मंत्रालय के विशेष सचिव और डीजी (वन) एसएस नेगी ने बताया कि देश के 14 राज्यों को 30 जून तक आग लगने जैसी घटना के बाबत अलर्ट भेजा गया है. यह एक प्री-अलर्ट है और सबको एहतियात बरतने के लिए कहा गया है.

चॉपर के साथ वायुसेना का 11 सदस्यीय दल आसमान से कृत्रिम बारिश के काम में लग गया है. श्रीनगर के एसडीएम रजा अब्बास ने बताया कि ये चॉपर पास की झील से पानी लेकर प्रभावित इलाकों में इसकी बौछार करेंगे.

इस बीच जंगलों में आग की कुछ ताजा तस्वीरें भी सामने आई हैं. हालात की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सेना के बाद अब वायु सेना भी मदद को पहुंच गई है. पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों के बाद अब जंगलों के निकट बसे 500 गांवों पर खतरा बढ़ गया है.

केंद्र सरकार ने दिया मदद का भरोसा
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवान हेलीकॉप्टर से पानी गिराने का काम करेंगे. मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल से बातचीत करके जंगलों में लगी आग की जानकारी ली और हरसंभव मदद का भरोसा दिया है.

NDRF-SDRF तैनात
राज भवन के अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ की तीन और एसडीआरएफ की एक कंपनी को राज्य के विभिन्न हिस्सों में आग बुझाने के लिए भेजा गया है. इसके अलावा दो आईएएफ चॉपर नैनीताल और पौड़ी जिलों में भेज दिए गए हैं, जो आग से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

सबसे ज्यादा प्रभावित हैं ये इलाके
उत्तराखंड के करीब 13 जिलों में फैल चुकी ये आग अब हाईवे तक पहुंचने लगी है. इसमें अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है. पिछले 88 दिनों से लगी ये आग करीब 13 जिले को अपनी चपेट में ले चुकी है. चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और नैनीताल जैसे जिले आग से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इनमें कई गांव भी प्रभावित हो गए हैं.

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