उत्तराखंड में शुक्रवार सुबह मौसम ने फिर करवट बदली। कई जगह बादल और कोहरा छाया हुआ है तो कहीं पर धूप खिलने से ठंड से राहत मिली है। गढ़वाल के चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में सुबह से ही मौसम खराब है। वहीं, बदरीनाथ हाईवे गुरुवार शाम के बाद से अभी तक बंद है। कोहरा और बादल छाने से ठंड में भी इजाफा हुआ है। वहीं, कुमाऊं में पिथौरागढ़, पंतनगर, रुद्रपुर, सितारगंज, काशीपुर, रामनगर और नैनीताल में हल्की धूप खिली है। राजधानी देहरादून समेत मैदानी इलाकों में भी हल्की धूप होने से राहत है।
उधर, मौसम विभाग ने चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में बारिश की भी संभावना जताई है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सुबह के समय कुछ क्षेत्रों में कोहरा छाया रहेगा। पहाड़ में हल्की बारिश से ठंडक बढ़ने की संभावना है।
भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे का 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त, रास्ता बंद
बदरीनाथ हाईवे पर ऑल वेदर रोड की कटिंग के दौरान गुरुवार शाम को नंदप्रयाग के पास भारी भूस्खलन होने से 50 मीटर हाईवे ध्वस्त हो गया है। साथ ही मलबे से तीन मकान जमींदोज हो गए और तीन वाहन दब गए हैं।
इस दौरान हाईवे के पास खड़े लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। भूस्खलन से कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन कई गांवों की आवाजाही बंद हो गई है। वहीं एनएच के नीचे नंदप्रयाग-देवखाल मार्ग भी मलबे से बंद हो गया। लोक निर्माण विभाग की टीम रास्ते को सुचारू करने में लगी है।
बदरीनाथ धाम में अभी भी दस फीट बर्फ
इस साल हुई भारी बर्फबारी के चलते बदरीनाथ धाम अभी तक बर्फ से ढका हुआ है। यहां करीब आठ से दस फीट तक बर्फ जमी है। वहीं मार्ग भी बर्फ से अटा पड़ा है। इस सीजन में दिसंबर के बाद से लगातार बर्फबारी होती रही है, जिसके चलते बदरीनाथ धाम बर्फ से ढका हुआ है।
बदरीनाथ मंदिर ही नहीं बल्कि पूरा बाजार बर्फ की आगोश में है। कुछ दिनों से मौसम साफ होने से बर्फ पिघली शुरू हुई है, लेकिन अभी भी वहां इतनी बर्फ है कि उसे पूरी तरह से पिघले में काफी समय लग जाएगा। यदि फिर बर्फ पड़ती है तो धाम के कपाट खुलने तक वहां भारी मात्रा में बर्फ रह सकती है।