मुंबई: शिवसेना वैसे तो केंद्र की एनडीए सरकार में सहयोगी है लेकिन किसी भी मुद्दे पर वह सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ती। शिवसेना ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन को लेकर हुए विवाद में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपनी पत्रिका सामना में संपादकीय में लिखा कि इस मामले में केंद्र सरकार का वस्त्रहरण तो हुआ ही राष्ट्रपति की प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है।
शिवसेना ने लिखा कि उत्तराखंड मामले में कोर्ट का यह कहना है कि राष्ट्रपति से निर्णय में गलती हुई, इसका मतलब ये है कि मोदी सरकार से गलती हुई। शिवसेना ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिरकार मोदी सरकार ने इस फैसले पर मुहर अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण ही लगाया था लेकिन अदालत ने ये कोशिश नाकाम कर दी। बता दें कि नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले को गुरुवार को खारिज कर दिया और हरीश रावत सरकार को विधानसभा में 29 अप्रैल को बहुमत साबित करने को कहा है।