देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने के फैसले के बाद आज उत्तराखंड सरकार ने भी इंटरमीडिएट यानी राज्य बोर्ड की 12वीं की परीक्षा निरस्त करने का ऐलान कर दिया है। बुधवार शाम उत्तराखंड सरकार ने इसकी औपचारिक घोषणा की।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सहमति के बाद उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में भी इंटरमीडिएट परीक्षा निरस्त करने की घोषणा की है। इस संबंध में बुधवार को सचिवालय में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की अध्यक्षता में बैठक भी आयोजित हुई। बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम आदि उपस्थित थे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भारत सरकार और सीबीएसई बोर्ड द्वारा राष्ट्रहित में लिए गए निर्णय एवं दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रदेश में इंटरमीडिएट परीक्षा को निरस्त किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इंटरमीडिएट में किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा। इस संबंध में सीबीएसई के मानकों और निर्णय के अनुसार, प्रदेश में भी कार्ययोजना तैयार करने और सीबीएसई द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया का अनुपालन किये जाने की बात कही गई।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि देश में कोरोना के हालात को देखते हुए केंद्र सरकार और सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ ही राष्ट्रहित में इंटरमीडिएट परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। उसका वे स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इंटरमीडिएट परीक्षा निरस्त करने का यह निर्णय कोरोना के दृष्टिगत प्रदेश, छात्रों, शिक्षकों और अविभावकों के व्यापक हित में लिया गया है।