उत्तर कोरिया: किम जोंग उन की बहन को मिली प्रमुख निकाय में जगह…
प्योंग्यांग: एक तरफ दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है वहीं दूसरी तरफ नॉर्थ कोरिया अपनी राजनीतिक गतिविधियों को लेकर चर्चा में आ गया है. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने शीर्ष शासी निकाय ‘स्टेट अफेयर्स कमिशन’ में बड़ा फेरबदल करते हुए इसके लगभग एक तिहाई सदस्यों को हटाकर अन्य को शामिल किया है.
किम उत्तर कोरिया में निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय – स्टेट अफेयर्स कमिशन (एसएसी) के चेयरमेन हैं. सरकारी समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने खबर दी है कि देश की सुप्रीम पीपुल्स असेंबली संसद की बैठक में एसएसी के 13 अन्य सदस्यों में से पांच को हटाकर नए सदस्यों को शामिल किया गया है.
सरकारी मीडिया के मुताबिक, ‘अपने भाई की लंबे समय से करीबी सलाहकार रहीं, किम यो जोंग को शीर्ष अधिकारियों के पदक्रम में शनिवार को हुए फेरबदल के बाद केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो का फिर से वैकल्पिक सदस्य चुना गया.
आधिकारिक समाचार-पत्र रोडोंग सिनमन में प्रकाशित तस्वीरों में सैकड़ों सांसद-विधायक एक-दूसरे के करीब और बिना मास्क पहने बैठे नजर आ रहे हैं. कैबिनेट की एक रिपोर्ट में उत्तर कोरिया के उस रुख को दोहराया गया कि पूरी दुनिया में पैर फैला लेने वाले कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का देश में “एक भी मामला” सामने नहीं आया है. हालांकि एक तरफ जब पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है ऐसे में उत्तर कोरिया का ये कहना कि देश में कोरोना के एक भी मामले नहीं हैं साथ ही स्टेट अफेयर्स कमिशन में इतना बड़ा फेरबदल किम के दावों पर सवालिया निशान लगाता है.
साथ ही प्योंग्यांग में अपने हजारों लोगों और राजनयिकों समेत सैकड़ों विदेशियों को क्वारंटाइन में रहने का आदेश जारी किया है . सड़कों-इमारतों आदि को संक्रमणमुक्त बनाने के लिए तेजी से अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में शक और भी गहरा जाता है कि क्या नॉर्थ कोरिया अपने देश में फैले कोरोना संक्रमण को दुनिया से झुपाना चाहता है?
कैबिनेट की रिपोर्ट में कहा गया, “देश में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए आपात महामारी रोधी अभियान जारी रहेगा.” न्यूज एजेंसी केसीएनए ने इस बैठक की अध्यक्षता किम द्वारा किए जाने के बारे में कोई जिक्र नहीं किया और न ही वह तस्वीरों में नजर आए.
एसएसी के नए सदस्यों में सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी एवं इस साल की शुरुआत में विदेश मंत्री के तौर पर नामित री सोन ग्वोन भी शामिल हैं जबकि उनके पूर्ववर्ती करियर राजनयिक री योंग हो को हटा दिया गया है. अन्य पूर्व विदेश मंत्री री सू योंग को भी इसका हिस्सा बनाया गया है.