अन्तर्राष्ट्रीय

उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण से जापान में रेडिएशन नहीं

japan-us-foreign-ministers-afp_650x400_71452153332जापान ने गुरुवार को घोषणा की है कि उत्तरी कोरिया ने हाइड्रोजन बम के जिस परीक्षण का दावा किया है, उसके बाद उसकी सीमाओं में रेडिएशन के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है।  जब भी उत्तरी कोरिया भूमिगत परमाणु परीक्षण करता है, जापान में रेडिएशन की आशंका मंडराने लगती है, हालांकि उत्तरी कोरिया द्वारा इससे पहले किए गए तीनों परमाणु परीक्षणों के बाद भी कभी किसी प्रकार का रेडिएशन दर्ज नहीं किया गया।

दरअसल, उत्तरी कोरिया के परीक्षणों और मिसाइल परीक्षणों को लेकर जापान काफी संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि कोरियाई प्रायद्वीप से हवाएं जापान की ओर बहती हैं। जापान की न्यूक्लियर रेगुलेशन अथॉरिटी (एनआरए) ने एक बयान में कहा है कि प्यॉन्गयान्ग के अचानक किए गए भूमिगत विस्फोट के बाद रेडिएशन के स्तर में ‘कोई खास बदलाव दर्ज नहीं किया गया…’

बयान में यह भी कहा गया कि बुधवार को जापानी वायुसेना के तीन विमानों द्वारा इकट्ठे किए गए हवा के सैम्पलों में किसी भी तरह का ‘कृत्रिम रेडियोएक्टिव न्यूक्लाइड नहीं’ पाया गया। एनआरए के अनुसार, इसके अलावा देशभर में स्थापित लगभग 300 मॉनीटरिंग पोस्टों पर भी बुधवार दोपहर तथा गुरुवार सुबह 8:00 बजे तक (2300 बजे जीएमटी, बुधवार) रेडिएशन के स्तर में कोई महत्वपूर्ण बदलाव दर्ज नहीं किया गया है। इसके बाद गुरुवार को भी जापानी वायुसेना के विमान हवा के सैम्पल इकट्ठे करेंगे, जिनके परिणाम के बारे में शुक्रवार को घोषणा की जाएगी।

 

Related Articles

Back to top button