लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस के पास भी अब अपनी साइबर फोरेंसिक लैब होगी। खासकर महिलाओं व बच्चों से जुड़े साइबर अपराधों में पुलिस त्वरित व अधिक प्रभावी कार्रवाई कर सकेगी। साइबर फोरेंसिक लैब व प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना यूपी 100 मुख्यालय में होगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए चार करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। लैब की स्थापना के बाद प्रदेश पुलिस साइबर क्राइम के मामलों में तेजी से कार्रवाई कर सकेगी। विवेचना व साक्ष्य संकलन के लिए उसे लंबा इन्तजार नहीं करना पड़ेगा। डीजीपी ओपी सिंह ने लैब व प्रशिक्षक केंद्र के लिए क्रय समिति व तकनीकी समिति गठित कर दी हैं। केंद्र से बजट मिलते ही लैब के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद शुरू कर दी जाएगी। क्रय समिति का अध्यक्ष एडीजी यूपी 100 आदित्य मिश्रा को बनाया गया है। समिति में एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह व एसपी यूपी 100 इमरान खान बतौर सदस्य शामिल हैं। तकनीकी समिति के अध्यक्ष आइजी एसटीएफ अमिताभ यश बनाए गए हैं। समिति में सदस्य एसटीएफ के सहायक पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम अमित कुमार व एएसपी डॉ.त्रिवेणी सिंह सदस्य हैं। डीजीपी ने दोनों समितियों के अध्यक्ष को लैब व ट्रेनिंग सेंटर के लिए तकनीकी मानक, उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर प्रकिया सहित अन्य तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उप्र में साइबर लैब के लिए तकनीकी विशेषज्ञों को आउटसोर्स भी किया जाएगा। इस बाबत तकनीकी समिति अपना प्रस्ताव भी तैयार करेगी। बताया गया कि भोपाल स्थित साइबर फोरेंसिक लैब को सबसे अत्याधुनिक व बेहतर माना जाता है। भोपाल में उप्र एसटीएफ के अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जा चुका है।