उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए बनेंगे अलग से वैक्सीनेशन बूथ, पीजीआई में 7 जून से ओपीडी शुरू
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है. जिसमें अब 18+ से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है. प्रदेश में अब महिलाओं के लिए अलग से वैक्सीनेशन बूथ बनाए जाएंगे. ऐसे में हर जिले के महिला चिकित्सालय या जिला संयुक्त चिकित्सालय पर स्पेशल वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे.
बताया जा रहा है कि इसमें 18 से 44 साल और 45 साल से अधिक की महिलाओं के लिए दो अलग बूथ बनेंगे. सभी जिलों को महिलाओं के लिए स्पेशल बूथ बनाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. जल्द ही यह व्यवस्था पूरे उत्तर प्रदेश में कर दी जाएगी. वहीं यूपी में वैक्सीन को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं. इसी बीच यूपी के कई जिलों में प्रशासन अलग अलग तरीकों से जनता के बीच वैक्सीन के प्रति विश्वास जगाने का प्रयास कर रहा है.
पीजीआई में 7 जून से ओपीडी शुरू
इसके अलावा पीजीआई में 7 जून से ओपीडी शुरू होगी. ओपीडी में कोविड रिपोर्ट पर ही उपचार मिलना तय हुआ है. सोमवार से शुक्रवार सुबह 9.30 से शाम 4 बजे तक, शनिवार को 9.30 से दोपहर 12.30 तक ओपीडी, मरीज ई-रजिस्ट्रेशन के बाद ही इलाज ले सकेंगे.
वैक्सीन नहीं तो बिजली नहीं
उत्तर प्रदेश के कन्नौज के एक गांव में वैक्सीनेशन के मसले पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया. यहां के बीरपुर गांव में जब लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई तो प्रशासन ने उनके घर की बिजली कटवा दी. ग्रामीणों के इस आरोप पर प्रशासन ने इनकार किया है. ग्रामीणों को आरोप है कि प्रशासन ने वैक्सीन ना लगवाने पर सरकारी योजनाओं से नाम कटवाने की बात कही है.
माइक लेकर निकले प्रधान
कानपुर के ग्रामीण इलाकों में गांव वाले वैक्सीन लगवाने से बच रहे हैं. अपील करने के बाद भी लोग टीकाकरण केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में अब कुछ गांवों में प्रधानों ने मोर्चा संभाला है, यहां प्रधान खुद माइक लेकर घूम रहे हैं और लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं. हर किसी को समझाया जा रहा है कि टीका लगवाने से कोई खतरा नहीं है.